हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा स्कूली बच्चों को बाल अधिकारों के प्रति किया गया जागरूक
कार्यक्रम में बाल अपराध की पहचान, रोकथाम के उपाय एवं हेल्पलाइन नंबर 1098 की दी गई जानकारी – डॉ. रितु गिल

18 वर्ष से कम आयु की लड़की एवं 21 वर्ष से कम आयु के लड़के का विवाह अवैध – बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता
गोहाना,(अनिल जिंदल ), 29 जुलाई। दून पब्लिक स्कूल, गोहाना में सोमवार को हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के तत्वावधान में स्कूली विद्यार्थियों को बाल अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आयोग के सदस्य श्रीमती मीना शर्मा एवं श्री मांगे राम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि श्रीमती मीना शर्मा ने बाल अपराधों से सतर्क रहने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि बच्चों को अपने अधिकारों के साथ-साथ जिम्मेदारियों के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि सतर्कता और जागरूकता ही बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान कर सकती है।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ. रितु गिल ने बच्चों को बाल अपराधों की पहचान, उनसे बचाव के उपायों तथा चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 की जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को समझाया कि किसी भी आपात स्थिति में वे इस नंबर का उपयोग कर सकते हैं।
बाल विवाह निषेध अधिकारी सुश्री रजनी गुप्ता ने ‘बाल विवाह निषेध अधिनियम’ की जानकारी देते हुए बताया कि 18 वर्ष से कम आयु की लड़की एवं 21 वर्ष से कम आयु के लड़के का विवाह कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने बाल विवाह के दुष्परिणामों पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की चेयरपर्सन सुश्री अनीता शर्मा भी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम में लगभग 140 छात्र-छात्राओं एवं 10 शिक्षकों ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने विषय से संबंधित कई प्रश्न पूछे तथा विशेषज्ञों के उत्तरों से लाभान्वित हुए। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने बाल अधिकारों एवं कल्याण के प्रति जागरूकता का संकल्प लिया और अपने विद्यालय को एक सुरक्षित एवं समर्थ वातावरण बनाने का प्रण किया।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती ज्योति छाबड़ा ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि विद्यालय का उद्देश्य केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को समाज के जिम्मेदार नागरिक बनाना भी है। उन्होंने इस आयोजन को विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी एवं प्रेरणादायी बताया।