चंडीगढ़ पुलिस के ASI राकेश कुमार ने जहरीला पदार्थ निकल सुसाइड कर लिया। ASI का शव अंबाला जिले के मुलाना एरिया में मिला है। ASI की जेब से मिले सुसाइड नोट में उसने अपनी पत्नी संतोष और ताऊ के लड़के रमेश कुमार को जिम्मेदार ठहराया है, जिसके आधार पर मुलाना थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
मरने से पहले राकेश कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरी पत्नी के मेरे ताऊ के लड़के के साथ अवैध संबंध है। मैंने दोनों को रंगे हाथों पकड़ा है। कोई भी आदमी मरते हुए झूठ क्यों बोलेगा। मैं हंसता हुआ मरना चाहता हूं। कोई भी मेरे मरने पर न रोए। मेरी पत्नी और ताऊ के लड़के को मेरी लाश के पास भी न जाने दें। जय हिंद सर जी…,
1991 में चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुआ था राकेश
जिला सोनीपत के गांव भठ्ठ निवासी राजीव ने बताया कि उसका सबसे छोटा भाई राकेश कुमार साल 1991 में चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती हुई था। उसके भाई ASI राकेश की पुलिस लाइन सेक्टर-26 चंडीगढ़ में पोस्टिंग थी। रविवार सुबह चंडीगढ़ पुलिस के माध्यम से उसे सूचना मिली कि राकेश का शव बाइक समेत मुलाना थाना के अंतर्गत आने वाले इलाके में मिला है। पुलिस ने शव MMU अस्पताल रखवा दिया था। वह अपने परिवार समेत मुलाना पहुंचा। यहां पता चला कि उसके भाई राकेश ने जहर खाकर आत्महत्या की है। एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
राकेश की 27 साल पहले हुई थी शादी
राजीव ने बताया कि साल 1996 में उसके भाई राकेश की जिला पानीपत के गांव मांडी निवासी संतोष के साथ शादी हुई थी। राकेश के 2 बच्चे हैं। बड़ा बेटा साहिल (23) पिछले 2 साल से कनाडा में है। छोटा बेटा कर्ण अपनी मां संतोष के साथ हैदरपुर (दिल्ली) रहता है। उसकी राकेश के साथ हफ्ते में 1-2 बार बात हो जाती थी।
10-11 साल से चल रहा था विवाद
राजीव ने बताया कि उसके भाई राकेश का उसकी पत्नी संतोष से पिछले 10-11 साल से घरेलू विवाद चल रहा था। संतोष कोर्ट में केस करके उसके भाई राकेश कुमार से खर्चा ले रही थी। राकेश और संतोष दोनों अलग-अलग रह रहे थे।
जानिए ASI ने सुसाइड नोट में क्या लिखा…
सुसाइड नोट में राकेश कुमार ने लिखा कि मैं अपनी पत्नी संतोष व उसके ताऊ के लड़के रमेश कुमार से तंग आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा हूं। मेरी पत्नी संतोष के रमेश कुमार के साथ अवैध संबंध हैं। मैंने उन दोनों को रंगे हाथ पकड़ा था। कोई भी आदमी मरते हुए झूठ नहीं बोलता। मैंने राजेश दहिया से 1.20 लाख रुपए भी उधार के तौर पर ले रखे हैं।
4 हजार रुपए अजय, एक हजार रुपए सुमेश, 100 रुपए अनूप और 600 रुपए संदीप पर ले रखे हैं। मैं हंसता हुआ मरना चाहता हूं। कोई भी मेरे मरने पर न रोए। जय हिंद सर जी, कोई भी आदमी इतनी बदजली से जान न दे। मैं थक लिया, अब मैं आराम करना चहता हूं। ASI राकेश कुमार 1204/CP चंडीगढ़ टाइम 10.30 पीएम।
मेरे नाम एक बोलेरो कार है। वह मेरे भाई ने अपने पैसों की खरीद रखी है। मैंने उस पर अपने नाम लोन करवा रखा है। कोई भी यह गलत कदम न उठाए। मैं अपनी पत्नी संतोष व रमेश से बहुत परेशान था और किसी को परेशान न किया जाए। मेरी मौत के जिम्मेदार सिर्फ संतोष व रमेश हैं। इन दोनों को मेरी लाश के पास भी न जाने देना।
जसबीर के 8 हजार व समपुरण के 10 हजार रुपए हैं। मेरे कोई भी पैसा मिले तो इन का हुआ। पुलिस किसी को परेशान न करे। मैंने गांव के अनिल के 50 हजार रुपए ले रखे हैं।