भारतीय ध्वज के निर्माता की 148वीं जयंती पर गढ़ी उजाले खां गांव स्थित पी.एम. श्री गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित प्रोग्राम में दी गई श्रद्धांजलि
गोहाना :- 2 अगस्त : भारतीय ध्वज के निर्माता पिंगली वेंकैया नायडू की 148वीं जयंती पर शुक्रवार को उन्हें नमन किया गया। आजाद हिंद देशभक्त मोर्चे के तत्वावधान में गढ़ी उजाले खां गांव स्थित पी.एम. श्री गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में श्रद्धांजलि भेंट की गई।
मुख्य वक्ता स्कूल के प्रिंसिपल सुशील बंसल रहे। अध्यक्षता मोर्चे के निदेशक डॉ. सुरेश सेतिया ने की।
विशिष्ट वक्ता मोर्चे के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी रहे। सुशील बंसल ने कहा कि पिंगली वेंकैया नायडू का जन्म 2 अगस्त 1876 को आंध्र प्रदेश में मछलीपट्टनम के साथ पेनुमुरू में हुआ। वह 19 वर्ष की उम्र में ब्रिटिश सेना में शामिल हुए। डॉ. सुरेश सेतिया ने कहा कि पिंगली वेंकैया नायडू द्वारा तैयार तिरंगे को 1931 में राष्ट्रीय ध्वज के रूप में स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने भारतीय ध्वज को अंतिम रूप देने से पहले दुनिया के प्रमुख देशों के ध्वजों का व्यापक अध्ययन किया था।
आजाद सिंह दांगी ने कहा कि तिरंगा देश की आन-बान-शान का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में रमेश मेहता, अनूप फौजी, अजय रंजन, नरेश कुमार, धर्मबीर, दलबीर, रामस्वरूप, अनिल आदि भी उपस्थित रहे।