करनाल पुलिस ने लॉरेंस गैंग के दो गुर्गों को अवैध पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया ; गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम लेकर करनाल के आढ़ती बृजभूषण से डेढ़ करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी।
CIA-1 पुलिस द्वारा कल शनिवार देर शाम को रमन व भरत निवासी सिरसा को हिसार के सुरेवाला चौक से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके संबंध गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से हैं।
हरियाणा की करनाल पुलिस ने लॉरेंस गैंग के दो गुर्गों को अवैध पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों ने गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम लेकर करनाल के आढ़ती बृजभूषण से डेढ़ करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी। इन दोनों को रविवार को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है।
सिरसा के रहने वाले है दोनों आरोपी
CIA-1 पुलिस द्वारा कल शनिवार देर शाम को रमन व भरत निवासी सिरसा को हिसार के सुरेवाला चौक से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके संबंध गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से हैं। उनके साथ इस मामले में 2 आरोपी शामिल हैं।
इसमें एक गांव सांभली निवासी आशु राणा है, जो आजकल अमेरिका में है। उसने ही आढ़ती को रंगदारी के लिए फोन किया था। आशू के फोन नंबर को साइबर सेल द्वारा खंगाला गया। इसके बाद इन दोनों आरोपियों तक पुलिस पहुंच पाई। आढ़ती भी आशू राणा के गांव संभाली का रहने वाला है। जो अब करनाल में रह रहा है। उसकी तरावड़ी में आढ़ती की दुकान है।
सचिन भिवानी ने करवाए हथियार बाइक उपलब्ध
करनाल की ASP पुष्पा खत्री ने बताया कि लॉरेंस गैंग का गैंगस्टर सचिन भिवानी पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल था। वह अभी पंजाब जेल में बंद है। सचिन ने इन दोनों से इंस्टाग्राम पर सम्पर्क किया था। दोनों को दो अवैध पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस व एक बाइक भी दिलाई थी। साथ ही अकाउंट में 13 हजार रुपए की राशि भी ट्रांसफर किए गए थे।
आढ़ती के घर पर करने वाले थे फायरिंग
ये दोनों कुछ दिन में आढ़ती के घर फायरिंग भी करने वाले थे। इसके लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया गया था, लेकिन ऐन मौके पर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
23 जून को आई थी वॉट्सऐप कॉल
ASP ने बताया कि बृजभूषण के पास बीती 23 जून को वॉट्सऐप कॉल के जरिए डेढ़ करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। बदमाशों ने फिरौती न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इसकी शिकायत पर सेक्टर 32-33 पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया था।
पुष्पा खत्री ने बताया कि जिन नंबरों से कॉल आई थी, वे साइबर सेल की मदद से ट्रेस किए गए। रमन के खिलाफ पहले से ही NDPS के दो और भरत के खिलाफ एक मामला सिरसा में दर्ज है। इन दोनों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान किसी अन्य की संलिप्तता पाई जाती है तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।