गोहाना में आढ़तियों का 5 दिन का धरना बेनतीजा समाप्त
गोहाना :-5 अप्रैल : पांच दिन से नई अनाज मंडी के मुख्य प्रवेशद्वार पर आढ़तियों का चल रहा दैनिक दो घंटे का सांकेतिक धरना शुक्रवार को समाप्त हो गया। सोमवार से प्रारंभ इस धरने का कोई परिणाम नहीं निकला तथा राज्य सरकार के स्तर पर आढ़तियों की एक भी मांग पूरी करने की घोषणा नहीं हुई।
आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद सहरावत के नेतृत्व में पांचों दिन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक धरना दिया गया। यह धरना आढ़तियों की प्रदेश स्तर की एसोसिएशन के आह्वान पर दिया गया। आढ़तियों में रोष है कि सरकार ने उनके आंदोलन को गंभीरता से नहीं लिया ।
गोहाना आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद सहरावत ने कहा कि आढ़ती केवल दो मांग कर रहे हैं। उनकी एक मांग है कि अनाज मंडी में बिकने के लिए जो भी फसल आए, उसे आढ़तियों के माध्यम से खरीदा जाए तथा किसी भी फसल की आढ़तियों के बिना सीधी खरीद न हो चाहे वह फसल सरसों की हो या कोई दूसरी ।
सहरावत ने कहा कि आढ़ती यह भी चाहते हैं कि उन्हें प्रत्येक खरीद पर अढ़ाई प्रतिशत की पूरी आढ़त दी जाए। गेहूं की आढ़त घटाने को ले कर आढ़ती सख्त नाराज हैं। राज्य सरकार ने आढ़तियों को गेहूं की खरीद पर पूरे दस रुपए प्रति क्विंटल की कम आढ़त दी है। सरकार बढ़ाए या न बढ़ाए, उन्हें आढ़त को घटाना भी नहीं चाहिए ।
आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष ने स्मरण करवाया कि यह भारतीय जनता पार्टी ही है जिसने बाकायदा अपने चुनाव घोषणापत्र में वायदा किया था कि अगर वह सत्ता में आई, वह आढ़त को अढ़ाई प्रतिशत से बढ़ा कर तीन प्रतिशत कर देगी। लेकिन सरकार ने बढ़ाने की जगह आढ़त को दो प्रतिशत कर दिया ।
विनोद सहरावत ने कहा कि अगर सरकार ने आढ़तियों की मांगों को स्वीकार नहीं किया, लोकसभा चुनाव में उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि आगामी आंदोलन के लिए प्रदेश स्तर पर जो भी फैसला हागा, आढ़ती उसका पालन करेंगे। सरकार आढ़तियों की अवज्ञा कर ठीक नहीं कर रही है ।
अंतिम दिन के धरने पर जो प्रमुख आढ़ती बैठे, वे रामधन भारतीय, रामधारी जिंदल, श्याम लाल वशिष्ठ, जिनेंद्र जैन, संदीप शर्मा, सुरेंद्र गर्ग, संदीप मलिक, कृष्ण शर्मा, आजाद सिंह शर्मा, रमेश घड़वाल, सुभाष गोयत, मुकेश जैन, श्रीनिवास जैन, मिंटू पहलवान आदि रहे ।