हरियाणा में आतिशबाजी और दिवाली की आड़ में जलाई पराली, बढ़ गया चार गुना वायु प्रदूषण, जिला प्रशासन की ओर से नहीं हुई सख्ती, देर रात चली आतिशबाजी
बारिश से दिवाली के एक दिन पहले शहरों का एक्यूआई संतोषजनक श्रेणी में रिकॉर्ड हुआ था। दिवाली पर जिला प्रशासन की ओर से सख्ती नहीं हुई तो देर रात तक आतिशबाजी चलती रही।
चंडीगढ़ :-दिवाली के अगले ही दिन हरियाणा में वायु प्रदूषण के स्तर में चार गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बीते शुक्रवार को हुई बारिश से हरियाणा के कई शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 100 के नीचे दर्ज किया गया था। दिवाली की रात हुई आतिशबाजी से राज्य के 12 शहरों का एक्यूआई 300 से पार चला गया। जबकि शनिवार को राज्य के किसी भी शहर का एक्यूआई 200 से पार नहीं था। सोमवार को रोहतक (383) हरियाणा का सबसे प्रदूषित शहर दर्ज किया गया।
बोर्ड यह भी उम्मीद जताई है कि अगले दो से तीन दिन में वायु प्रदूषण में राहत दर्ज की जाएगी। पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने से हवा की गति में तेजी है। इससे प्रदूषण के कण छंट जाएंगे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार फरीदाबाद का एक्यूआई 370, कैथल का 361, फतेहाबाद का 322, हिसार का 303, जींद का 344, बल्लभगढ़ का 337, धारूखेड़ा का 343, गुरुग्राम का 349, कुरुक्षेत्र का 307, मानेसर का 328 और पानीपत का एक्यूआई 311 रिकॉर्ड किया गया। वहीं, बहादुरगढ़, भिवानी, करनाल, सोनीपत, यमुनानगर का एक्यूआई 250 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया।

वहीं, दिवाली की आड़ में पंजाब-हरियाणा में कई जगह धड़ल्ले से पराली जलाई गई। हरियाणा में दिवाली की रात 12 नवंबर को 110 जगह पराली जलाने की मामले सामने आएं, वहीं पंजाब में 987 मामले रिकॉर्ड किए गए। दिवाली के अगले ही दिन हरियाणा में पराली जलाने के मामले में कमी आई, जबकि पंजाब में और बढ़ गए। सोमवार को हरियाणा में 44 मामले रिकॉर्ड किए गए, वहीं, पंजाब में 1624 मामले दर्ज किए गए। हरियाणा में अब तक 1857 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। वहीं, पंजाब में अब तक पराली जलाने के 26 हजार 341 मामले आए हैं।सभी उपायुक्तों से मांगी गई रिपोर्ट
उधर, हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य के सभी उपायुक्तों से प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाए गए कदमों की रिपोर्ट मांगी है। बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेन्द्र राव ने बताया कि सभी उपायुक्तों को 19 नवंबर को अपने जिले की रिपोर्ट देने होगी कि उन्होंने अपने शहर में प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए क्या कदम उठाए हैं। इसमें दिवाली की रात हुई आतिशबाजी की रिपोर्ट को भी शामिल करना होगा। राव ने बताया कि दिवाली की रात आतिशबाजी को नियंत्रण करने की जिम्मेदारी उपायुक्त की थी। उन्हें इस बारे में विस्तार से दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।
वायु गुणवत्ता सूचकांक
शहर 11 नवंबर 13 नवंबररोहतक 74 -383, फरीदाबाद 167-370
कैथल 86-361, फतेहाबाद 68-322
हिसार 66-303, जींद. 73-344
बल्लभगढ़ 119-337,धारूखेड़ा 158- 343
गुरुग्राम 199-349, कुरुक्षेत्र 101- 307
मानेसर 172-328, पानीपत 130- 311
सिरसा 70-246, बहादुरगढ़ 123- 281
भिवानी 108-279, करनाल 98-251
सोनीपत 87-254, यमुनानगर 128 -259


