सोनीपत :- चीन के हांगझोऊ में आयोजित एशियन गेम्स में कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान को 2-1 से हराकर जीत दर्ज की। मुकाबले में सोनीपत की बेटी नेहा गोयल ने दूसरा गोल करने में साथी खिलाड़ी का सहयोग किया। वहीं मोनिका मलिक व निशा वारसी ने भी बेहतर खेल का प्रदर्शन किया।
शनिवार को कांस्य पदक के लिए खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम के सामने जापान की टीम थी। टीम ने कांटे के मुकाबले में 2-1 से जीत दर्ज की। देश का प्रतिनिधित्व कर रही सोनीपत के आर्यनगर की नेहा गोयल की मदद से उनकी साथी खिलाड़ी सुशीला चानू ने 50वें मिनट में गोल दागकर देश को कांस्य दिला दिया। प्रतियोगिता में खेल रही सोनीपत के गांव गामड़ी की बेटी मोनिका व वेस्ट नगर निवासी निशा वारसी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देश को पदक जीतने में भूमिका निभाई।
नेहा के परिजनों ने कराया सभी का मुंह मीठा
नेहा गोयल के परिजनों ने भारतीय टीम की जीत के बाद सभी का मुंह मीठा कराया। नेहा की मां सावित्री ने बताया कि बेटियों ने बेहतर खेल दिखाया। बेटियों ने कांस्य पदक जीता है। ओलंपिक में इसका रंग बदलकर सोना जीतेंगी।मां के निधन के बाद ही निशा को दोबारा कैंप में जाना पड़ा, फिर हांगझोऊ में दिलाया कांस्यनिशा वारसी के पिता सोहराब ने बताया कि बेटी ने विपरीत परिस्थिति में भी देश के खेलकर कांस्य पदक दिलाया है। उनकी पत्नी मेहरून की तबीयत कई माह पहले बिगड़ गई थी। तब बेटी राष्ट्रीय कैंप में थी।
बेटी कैंप से वापस आई तो उनकी पत्नी की तबीयत फिर से खराब हो गई। उसके बाद 2 जुलाई को उनकी पत्नी का निधन हो गया था। उसके कुछ दिन बाद ही बेटी राष्ट्रीय कैंप में चली गई। वहां से चीन के हांगझोऊ में जाना पड़ा। विपरीत स्थिति के बावजूद बेटी ने देश के लिए खेलकर मान बढ़ाया। उनकी टीम ने कांस्य पदक जीता है। अब ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम सोना जीतकर लौटेगी।
शनिवार को कांस्य पदक के लिए खेले गए फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम के सामने जापान की टीम थी। टीम ने कांटे के मुकाबले में 2-1 से जीत दर्ज की। देश का प्रतिनिधित्व कर रही सोनीपत के आर्यनगर की नेहा गोयल की मदद से उनकी साथी खिलाड़ी सुशीला चानू ने 50वें मिनट में गोल दागकर देश को कांस्य दिला दिया। प्रतियोगिता में खेल रही सोनीपत के गांव गामड़ी की बेटी मोनिका व वेस्ट नगर निवासी निशा वारसी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए देश को पदक जीतने में भूमिका निभाई।
नेहा के परिजनों ने कराया सभी का मुंह मीठा
नेहा गोयल के परिजनों ने भारतीय टीम की जीत के बाद सभी का मुंह मीठा कराया। नेहा की मां सावित्री ने बताया कि बेटियों ने बेहतर खेल दिखाया। बेटियों ने कांस्य पदक जीता है। ओलंपिक में इसका रंग बदलकर सोना जीतेंगी।मां के निधन के बाद ही निशा को दोबारा कैंप में जाना पड़ा, फिर हांगझोऊ में दिलाया कांस्यनिशा वारसी के पिता सोहराब ने बताया कि बेटी ने विपरीत परिस्थिति में भी देश के खेलकर कांस्य पदक दिलाया है। उनकी पत्नी मेहरून की तबीयत कई माह पहले बिगड़ गई थी। तब बेटी राष्ट्रीय कैंप में थी।
बेटी कैंप से वापस आई तो उनकी पत्नी की तबीयत फिर से खराब हो गई। उसके बाद 2 जुलाई को उनकी पत्नी का निधन हो गया था। उसके कुछ दिन बाद ही बेटी राष्ट्रीय कैंप में चली गई। वहां से चीन के हांगझोऊ में जाना पड़ा। विपरीत स्थिति के बावजूद बेटी ने देश के लिए खेलकर मान बढ़ाया। उनकी टीम ने कांस्य पदक जीता है। अब ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम सोना जीतकर लौटेगी।



