सोनीपत पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश,
ठग गिरोह के चार सदस्यों को हरियाणा, राजस्थान व उत्तर प्रदेश से किया गिरफ्तार, 6 हजार 6 सौ रुपये व 3 मोबाईल फोन किये बरामद, न्यायालय में पेशकर भेजे जेल

सोनीपत, 30 सितंबर : पुलिस आयुक्त सोनीपत श्रीमती ममता सिंह आईपीएस ADGP के कुशल नेतृत्व में व पुलिस उपायुक्त पश्चिम एवं साइबर कुशल पाल सिंह के मार्गदर्शन में सोनीपत के थाना साइबर पुलिस ने किया शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए ठग गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधी नसीबुद्दीन पुत्र किताब निवासी हांसी जिला हिसार, अनमोल पुत्र राजीव निवासी बड़ौत, उत्तरप्रदेश, जगदीश पुत्र सावलराम निवासी जालौर राजस्थान व विशाल पुत्र ताराचन्द निवासी करोलबाग दिल्ली के रहने वाले है।
इस प्रकरण की विस्तृत जानकारी देते हुये पुलिस उपायुक्त पश्चिम एवं साइबर कुशल पाल सिंह ने बताया कि दिनाँक 26 नवम्बर 2024 को राजबीर पुत्र सुबे सिंह निवासी सरस्वती विहार सोनीपत ने थाना साईबर सोनीपत मे शिकायत दी कि दिनांक 12 अक्टुबर 2024 को मेरे मोबाईल नम्बर पर एक दुसरे मोबाईल नम्बर से वाट्सअप द्वारा एक लिंक आया जिसने मुझे वाट्सअप पर फ्री में शेयर मार्किट व शेयर ट्रैडिंग सिखने का निमत्रंण दिया। उसने अपना परिचय आरोन ब्लैक फ्रॉम इमसी इन्वट. ग्रुप कस्टमर सर्विस व बहुउद्देशीय कम्पनी इमसी के कर्मचारी के रूप में दिया, और कहा कि हमारी कम्पनी आपको फ्री में शेयर ट्रैडिंग सिखायेगी। उसके तुरन्त बाद मुझे एक वाट्सअप ग्रुप में जोड़ दिया। जिसका नाम स्टॉक हेल्थ ग्रुप है। जिनका ग्रुप एडमिन सुरेन्द्र कुमार दुबे है मेरा Emceing ट्रेडिंग ग्रुप में मेरा अकाउंट खुलवा दिया गया और कुछ दिन बाद इन्होने मुझे शेयर मार्केट में निवेश के लिये उकसाना शुरु कर दिया। और मुझे विभिन्न लालच दिये जैसे कि हमारी कम्पनी आपको शेयर बतायेगी, आप हमारे जरिये पैसा लगाओ तो आपका शेयर कुछ दिन में 120% बढ जायेगा। उन्होने आईपीओ के संदर्भ में बताया कि हमारी कम्पनी के बताये हुये आईपीओ में पैसे लगाओ तो वो कम समय में दोगुना हो जायेगा, कई बार मना करने पर में उनकी बातों में आ गया। इस तरह मैनें दिनांक 13/10/2024 to 08/11/2024 तक इनके भिन्न–भिन्न खातों में कुल 5,95,870.78/- रूपये का निवेश किया। शेयर ट्रैडिंग के लिए इन लोगों ने इमसी इन्वेस्टमेंट ग्रुप के नाम से एक मोबाइल एप्प बना रखी है इन्होने बताया कि इस एप्प से आपको कभी कोई नुकसान नहीं होगा अगर होगा तो हम उसकी भरपाई करेंगे आज जब मैं अपने पैसें वापिस निकालने लगा तो कम्पनी ने मना कर दिया जो अब मुझे पता चला है कि इन्होने फर्जी वैबसाइट फर्जी कागजातों के आधार पर खुलवाए गए बैंक खातों में धोखाधड़ी के तहत मुझसे कुल 5,95,870/- रूपये ठग लिए। इस घटना का भारतीय न्याय संहिता के अन्तर्गत थाना साइबर सोनीपत में अभियोग दर्ज किया गया था।
थाना साइबर सोनीपत के प्रबन्धक निरीक्षक बसंत कुमार ने अपनी पुलिस टीम के साथ मुकदमें में कुशलता से कारवाई करते हुए घटना मे संलिप्त चार साइबर अपराधियों नसीबुद्दीन पुत्र किताब निवासी हांसी जिला हिसार, अनमोल पुत्र राजीव निवासी बड़ौत, उत्तरप्रदेश, जगदीश पुत्र सावलराम निवासी जालौर राजस्थान व विशाल पुत्र ताराचन्द निवासी करोलबाग दिल्ली को हरियाणा, उत्तर प्रदेश व राजस्थान से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों से ठगी किए हुए रुपयों में से 6 हजार 6 सौ रूपये नकद व 3 मोबाईल फोन बरामद किये हैं। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों को न्यायालय के आदेश से पुलिस रिमाण्ड पर लेकर उनसे गहनता से पूछताछ की गई है व बाद में न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया है।
पुलिस उपायुक्त साइबर ने बतलाया कि आपको साईबर अपराधियो से बचने के लिए किसी भी अनजान लिंक व मेसेज पर नही जाना चाहिए। विश्वसनीय इंटरनेट वेबसाइटो का प्रयोग करना चाहिए। जरुरत हो तभी किसी एप का इस्तेमाल करे। लालच में ना आये। इसके बाद भी यदि आप साईबर क्राईम के शिकार होते है तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर इसकी शिकायत करानी चाहिए या आप तुरंत साईबर हैल्पलाईन न0 1930 डायल करें।