दांतों के स्वास्थ्य का रखें ध्यान, तो कम होंगे रोग – डॉ राकेश रोहिल्ला

गोहाना, (अनिल जिंदल), 09 सितंबर : बरोदा रोड़ स्थित बाल भारती विद्यापीठ में छात्रों को संबोधित करते हुए उपमंडलीय नागरिक अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी एवं दंत चिकित्सक (डेंटल सर्जन) डॉ. राकेश रोहिल्ला ने छात्रों को दांतों के स्वास्थ्य संबंधी विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि दांतों का स्वास्थ्य, देह के शेष स्वास्थ्य को गहरे से प्रभावित करता है क्योंकि हमारा मुंह एक प्रकार से पेट में जाने वाले भोजन का द्वार है । यह द्वार जितना स्वस्थ एवं मजबूत होगा उतना अधिक शरीर को रोगों से मुक्त रखने में लाभ होगा।
6 माह के बच्चे के दांत आ जाते हैं तो उस आयु से सिलिकॉन के ब्रश से दांत साफ करना शुरू कर देना चाहिए । अढ़ाई वर्ष की आयु तक बच्चे के 20 दांत आ जाते हैं । 6 वर्ष से दूध के दांत गिरने आरंभ होकर पक्के दांत (मोलर) आने शुरू हो जाते हैं । छः वर्ष की आयु से इक्कीसवां दांत आना शुरू होता है एवं वयस्क होने तक अधिकतम 32 दांत आते हैं । अतः सभी को नियमित रूप से सुबह उठते ही एवं रात्रि को सोने से पहले अवश्य दांतों को साफ करना चाहिए । ब्रश करते समय दांतों को 2 मिनट के लिए ही रगड़ना चाहिए । ब्रश के ब्रिस्टल्स सीधे होने चाहिए । दांतों को ब्रश से सामने से 45° के कोण से ऊपर नीचे रगड़ते हुए साफ करना चाहिए । ब्रश करने के बाद अच्छे से कुल्ला करना चाहिए । यदि रात्रि में अच्छे से ब्रश किया है तो प्रातः केवल अच्छे से कुल्ला करने से भी लाभ होगा । ब्रश भोजन करने के बाद ही करना चाहिए । समय समय पर ब्रश बदल कर नया लेना चाहिए । यदि उपरोक्त बातों का ध्यान रखेंगे तो अवश्य ही स्वस्थ रहने में लाभ होगा ।