गन्नौर विधायक देवेंद्र कादियान व उपायुक्त सुशील सारवान ने पबनेरा घाट का दौरा किया, अधिकारियों को राहत और सुरक्षा के लिए दिए कई निर्देश
यमुना तटीय क्षेत्रों में कटाव रोकने के लिए नई ठोकरों का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश-विधायक देवेंद्र कादियान

– जलभराव व स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर विधायक और डीसी ने दिए सख्त निर्देश, प्रभावित गांवों का किया दौरा
– स्वास्थ्य-पशुपालन विभाग को स्वास्थ्य जांच शिविर लगातार लगाने के निर्देश
सोनीपत, 08 सितम्बर। गन्नौर से विधायक देवेंद्र कादियान और उपायुक्त सुशील सारवान ने सोमवार को पबनेरा घाट का दौरा कर यमुना नदी की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने किसानों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना।
विधायक देवेंद्र कादियान ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यहां पर यमुना में नई ठोकरों का प्रस्ताव तैयार किया जाए, ताकि भविष्य में बाढ़ जैसी स्थिति आने पर भूमि कटाव को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता किसानों की जमीन और फसलों को सुरक्षित रखना है।
विधायक देवेंद्र कादियान ने किसानों से कहा कि सरकार द्वारा खोला गया क्षतिपूर्ति पोर्टल 15 सितम्बर तक खुला हुआ है। ऐसे में जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है, वे पोर्टल पर अपनी जानकारी डालकर क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन करें। पबनेरा घाट के अलावा उन्होंने रामनगर, उमेदगढ़ और आसपास के गांवों का भी दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, वहां आबादी वाले हिस्सों से प्राथमिकता के आधार पर पानी की निकासी की जाए।
स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग को विशेष निर्देश
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए जाएं, ताकि ग्रामीणों के स्वास्थ्य की समय-समय पर निगरानी की जा सके।
साथ ही, उन्होंने पशुपालन विभाग को आदेश दिया कि सभी गांवों में पशुओं के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएं, जिससे जलभराव और नमी के कारण पशुओं में फैलने वाली बीमारियों से बचाव हो सके और उनका उचित इलाज किया जा सके। इस दौरान उनके साथ एसडीएम गन्नौर प्रवेश कादियान वह अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
खानपुर मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण
दौरे के दौरान उपायुक्त सुशील सारवान ने खानपुर मेडिकल कॉलेज का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक सुदृढ़ की जा सकें।