खंदराई गांव मे मनाया गया अमर शहीद खुदीराम बोस का 117 वां शहादत दिवस

गोहाना, 11 अगस्त : आज ग्राम सुधार समिति खन्दराई द्वारा समिति कार्यालय में राष्ट भक्ति के अप्रतिम प्रतीक, साहस शौर्य और स्वाभिमान के प्रतिबिंब अमर शहीद खुदीराम बोस का 117 वां शहादत दिवस मनाया गया। समिति सदस्यों द्वारा शहीद खुदीराम बोस की फोटो पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए गए तथा शहीद खुदीराम बोस अमर रहे। शहीदों को सम्मान दो। के नारे लगाए गए।
इस अवसर पर ग्राम सुधार समिति खन्दराई के संस्थापक अध्यक्ष जगमहेन्द्र सिंह ने अमर शहीद खुदीराम बोस के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शहीद खुदीराम बोस का जन्म 3 दिसंबर 1889 को मोहोबनी पश्चिम मेदिनीपुर (बंगाल) में पिता त्रैलोक्य नाथ बोस व माता लक्ष्मी प्रिया देवी के घर पर हुआ था। खुदीराम बोस अपने माता-पिता की चौथी संतान थे। कम उम्र में ही इनके माता-पिता का देहांत हो गया था। इनका पालन पोषण इनकी बड़ी बहन ने किया था।
शहीद खुदीराम बोस भारत में ब्रिटिश राज का विरोध करने वाले सबसे कम उम्र के क्रांतिकारी थे। 15 वर्ष की उम्र में ही इनको ब्रिटिश राज के खिलाफ पर्चे बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मुजफ्फरपुर षड्यंत्र (बम कांड) मामले में शामिल होने के कारण आज ही के दिन 11 अगस्त 1908 को ब्रिटिश हकुमत द्वारा मुजफ्फरपुर जेल में फांसी दे दी गई थी। राष्ट्र रक्षार्थ सर्वस्व अर्पित करने वाले शहीद खुदीराम बोस की भावना ने हम सभी भारतीयों के लिए प्रेरणादायी कार्य किया है। ऐसे अमर शहीदों को हम भूल नही सकते। इनकी बदौलत ही आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष जगमहेन्द्र सिंह के साथ समिति के सदस्य बिजेंद्र सिंह, बिट्टू कश्यप, कुलदीप मेहरा, प्रताप सिंह, अनील मोर, राजू कश्यप, बंटी आदि मौजूद रहे।