भारत विकास परिषद के निशुल्क दिव्यांगजन कृत्रिम अंग वितरण समारोह में मुख्यतिथि के तौर पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा
दिव्यांगजनों की गरिमा, आत्मसम्मान व सशक्तिकरण को प्रतिबद्ध है सरकार : डॉ अरविंद शर्मा

प्रदेशभर से आए 81 दिव्यांगजनों को निशुल्क कृत्रिम अंग किए गए वितरित
गोहाना, 20 जुलाई। सहकारीता, कारागार, निर्वाचन, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश व प्रदेश सरकार निरन्तर दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रही है। आज केंद्र, प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता दिव्यांगजनों की गरिमा, आत्म-सम्मान और सशक्तिकरण को बनाए रखने की है। उन्होंने भारत विकास परिषद को इस अभियान में महत्वपूर्ण भागीदारी के लिए सराहना की व इस पुनीत कार्य में 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।
रविवार को पुरानी अनाज मंडी गोहाना स्थित अग्रवाल सत्संग भवन परिसर में भारत विकास परिषद, गोहाना शाखा द्वारा लाला देवीचंद ग्रोवर निशुल्क कृत्रिम अंग निर्माणशाला दिव्यांग पुनर्वास एवं स्वास्थ्य केंद्र हिसार के सहयोग से निशुल्क दिव्यांग कृत्रिम अंग वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने 81 दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग वितरित किए। अपने संबोधन में कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से पिछले एक दशक में परिवर्तनकारी नीतियों और पहलों पर काम किया गया है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के साहस, उपलब्धियों और योगदान से देश मे उनके प्रति आमजन में निरन्तर सम्मान की बढ़ोतरी हुई है। भारत के सांस्कृतिक मूल्यों और संविधान में निहित समावेशिता के प्रति गहरे सम्मान को दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान हमें समानता और गरीबों के उत्थान के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता है। पिछले एक दशक में समावेशी नीतियों के माध्यम से दिव्यांगजनों की प्रगति की एक मज़बूत नींव रखी गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में विकलांग शब्द के स्थान पर दिव्यांग शब्द के प्रयोग के महत्व पर ज़ोर दिया। यह कदम दिव्यांग व्यक्तियों की क्षमताओं और योगदान को मान्यता देने के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने इसे एक अधिक समावेशी वातावरण बनाने की दिशा में एक कदम बताया, जहां शारीरिक चुनौतियाँ राष्ट्र निर्माण में भागीदारी में बाधा न बनें।
सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि पैरालिंपिक में दिव्यांग एथलीटों की उपलब्धियों और शिक्षा, खेल एवं स्टार्टअप जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान पर देश गर्व महसूस करता है। उन्होंने विश्वास जताया कि वर्ष 2047 में जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा, देश की दिव्यांग आबादी दुनिया के लिए प्रेरणा बनेगी। इसके लिए हमें मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जहां कोई भी सपना और लक्ष्य असंभव न हो। तभी हम एक सच्चे समावेशी और विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं। कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने भारत विकास परिषद द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की सराहना की व उनके अभियान को गति देने के उद्देश्य से अपने स्वैच्छिक कोष से 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ ज्योत्स्ना, एसएमओ, गोहाना डॉ संजय छिक्कारा, योगेश गोयल, ज्योति गोयल, सन्दीप बंसल, प्रमोद गुप्ता, बलराम कौशिक, सीमा जैन, अश्वनि जैन, मानसी अरोड़ा, डॉ भीम सिंह सहित शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।