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महारानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर खेल विश्वविद्यालय, राई में महिला सशक्तिकरण विषयक संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन

 “नारी के हाथों में केवल कंगन नहीं, शास्त्र और शस्त्र दोनों होने चाहिए।” : अहिल्याबाई

अनिल जिंदल, राई (सोनीपत), 22 मई। हरियाणा खेल विश्वविद्यालय, राई में अमर वीरांगना महारानी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में “महिला सशक्तिकरण” विषय पर संगोष्ठी एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष श्री मोहनलाल बड़ोली रहे। विशिष्ट अतिथियों के रूप में राई विधायक श्रीमती कृष्णा गहलावत, खरखौदा विधायक श्री पवन खरखौदा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता हरियाणा खेल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री अशोक कुमार रहे।

मुख्य अतिथि श्री मोहनलाल बड़ोली ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई होलकर ने शासन की बागडोर अपने हाथ में लेकर जिस प्रकार राजनीतिक कुशलता, न्यायप्रियता, और सामाजिक कल्याण के कार्य किए, वे आज भी प्रेरणास्रोत हैं। उन्हें ‘राजमाता’ और ‘लोकमाता’ जैसे सम्मानजनक उपाधियाँ उनके लोक कल्याणकारी कार्यों के लिए मिलीं। उन्होंने शिक्षा, जल संरक्षण, मंदिर निर्माण, और जनसरोकार से जुड़े अनेक क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान दिया। बड़ोली जी ने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे महारानी के जीवन से पांच प्रमुख बातें सीखें — शिक्षा, आत्मनिर्भरता, सामाजिक न्याय, महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रसेवा।

मुख्य वक्ता कुलपति श्री अशोक कुमार ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई नारी सशक्तिकरण की प्रतीक हैं। उन्होंने विधवा होने के बावजूद शासन की ज़िम्मेदारी को मजबूती से निभाया और महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दी। उनके अनुसार, “नारी के हाथों में केवल कंगन नहीं, शास्त्र और शस्त्र दोनों होने चाहिए।”

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राई विधायक श्रीमती कृष्णा गहलावत ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई का जीवन हमें सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी आत्मबल और कर्तव्यबोध से समाज को नई दिशा दी जा सकती है। वे महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

खरखौदा विधायक श्री पवन ने अपने संबोधन में कहा कि महारानी अहिल्याबाई समाज की न्यायप्रिय, द्रष्टा और समर्पित प्रशासक थीं। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाई और देशभर के मंदिरों के जीर्णोद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भाजपा जिला अध्यक्ष (गोहाना) श्री विजेंदर मालिक ने कहा कि हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज और राष्ट्रहित के कार्य करने चाहिए।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री जसविंदर सिंह ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई का शासन आज के भारत के लिए “गुड गवर्नेंस” का आदर्श मॉडल है। उनका जीवन आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा है।

इस अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन सहायक प्रोफेसर श्रीमती अनु ग्रेवाल ने किया। इस दौरान श्री वेदपाल शास्त्री, श्री राकेश मालिक (सदस्य गौ सेवा आयोग), डॉ. पी. के. धीमान (खेल स्कूल के वाइस प्रिंसिपल) सहित विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, गैर-शिक्षण स्टाफ और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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