बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व लिंगानुपात सुधार के लिए आनंदपुर झरोट में चलाया गया जागरूकता अभियान
लैंगिक समानता केवल एक अधिकार नहीं, एक सामाजिक आवश्यकता है
अनिल जिंदल, सोनीपत, 21 मई। उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार के निर्देशन में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जिले में लिंगानुपात सुधार के उद्देश्य से ग्राम आनंदपुर झरोट (खरखौदा) में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह अभियान उन गांवों में विशेष रूप से चलाया जा रहा है जहाँ लिंगानुपात अपेक्षाकृत कम है। इसी कड़ी में बुधवार को जिला महिला एवं बाल विकास विभाग और जिला लोक संपर्क विभाग की टीम द्वारा संयुक्त रूप से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सीडीपीओ नीलम देवी ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को जागरूक कर “बेटा-बेटी एक समान” की सोच को प्रोत्साहित करना तथा सामाजिक रूढ़ियों और मानसिकताओं में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि गांव के माथे पर लगे कम लिंगानुपात के कलंक को हटाने में प्रत्येक ग्रामीण की भागीदारी आवश्यक है।
इस अवसर पर विभागीय टीम द्वारा आनंदपुर झरोट में नवजात बेटियों का जन्मोत्सव केक काटकर मनाया गया। वीडियो वैन के माध्यम से ग्रामीणों को लिंगानुपात सुधार, बेटियों की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर जागरूक किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी में गोद भराई रस्म, कुआं पूजन तथा लड़कियों द्वारा पौधारोपण कराया गया।
इसके अतिरिक्त ग्रामीण महिलाओं को शपथ दिलाई गई कि वे बेटा-बेटी में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगी और बेटियों को समान अवसर प्रदान करेंगी। कार्यक्रम में लोक संपर्क विभाग की टीम द्वारा बेटा-बेटी एक समान विषय पर प्रभावशाली भजनों की प्रस्तुति भी दी गई, जिनमें हरियाणा के सामाजिक यथार्थ को दर्शाते हुए ये पंक्तियाँ विशेष सराहना का केंद्र बनीं—
“होए छोरे ज्यादा हरियाणे मं, छोरी थोड़ी होगी,
बिचोलियॉं नै ईब मिलाणी मुश्किल जोड़ी होगी।
डॉक्टर तै मिलकै नै भ्रूण हत्या करवावं हैं,
छोरे फिरे कुंवारे, इनन बहू कड़े तै लावें।”
टीम ने गिरते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्रीमती आरती राव के नेतृत्व में पीसी-पीएनडीटी (पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक) अधिनियम को और अधिक सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक जिले में डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में विशेष पुलिस सेल का गठन प्रस्तावित है, जिन्हें फर्जी ग्राहक बनाकर अवैध लिंग जांच करने वाले नेटवर्क का भंडाफोड़ करने हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा।
टीम ने यह भी बताया कि आशा वर्कर ग्राम स्तर पर लिंग जांच जैसे अवैध मामलों की जानकारी शासन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं और उन्हें इस कार्य में प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।
इस अभियान में महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला लोक संपर्क विभाग, ग्राम की महिला पंच, महिला सुपरवाइजर वर्षा रानी तथा आशा वर्कर सहित अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं ने भाग लेते हुए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाने का संदेश दिया।