जौली गांव मे कश्यप जयंती समारोह में बतौर मुख्यातिथि पहुँची डॉ. रीटा शर्मा
दान, दया, कर्म है सर्वश्रेष्ठ धर्म: डॉ रीटा शर्मा
गोहाना, 5 अप्रैल। सहकारिता, कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा की धर्मपत्नी डॉ रीटा शर्मा ने कहा है कि महर्षि कश्यप ने दान, दया एवं कर्म को सर्वश्रेष्ठ धर्म कहा है और वह राग द्वेष रहित, परोपकारी, चरित्रवान तथा प्रजापालक थे। उन्होंने समाज को नई दिशा देने के लिए स्मृति ग्रंथ जैसे महान ग्रंथ की रचना की, उनका अखण्ड तप, अलौकिक ज्ञान, धर्म निष्ठा, परोपकारिता, अद्भुत तेज तीनों लोकों में गुंजायमान था।
शनिवार को जौली गांव की कश्यप चौपाल में कश्यप जयंती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर शामिल डॉ रीटा शर्मा का ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं ने फूल-मालाओं से स्वागत किया। डॉ रीटा शर्मा ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि महर्षि कश्यप ब्रह्मा जी के मानस पुत्र होने के नाते सृष्टि के सृजक के रूप में भी जाने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि महर्षि कश्यप की जयंती मनाना तभी सार्थक होगा जब हम सृष्टि की अनमोल वस्तुएं, जल, जंगल एवं वायु को बचाकर रखेंगे।
अपने संबोधन में डॉ रीटा शर्मा ने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वो युवाओं को बेहतर शिक्षा प्रदान करें, क्योंकि योग्य युवाओं को बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी देना भाजपा सरकार द्वारा सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं को उनकी प्रतिभा व क्षमता के अनुरूप पारदर्शी माहौल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉ अरविंद शर्मा अपने इलाके की समस्याओं के निदान के लिए निरन्तर प्रयास कर रहे हैं और जल्द ही आमजन को बदलाव नजर आना शुरू होगा। डॉ रीटा शर्मा ने कहा कि हम सभी मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं को बेहतर करने के लिए काम करेंगे।
इस अवसर पर सुंदर कश्यप, बिजेन्द्र कश्यप, बिजेन्द्र कश्यप, कर्ण सिंह, रामनिवास, श्रीपाल, जगदीश, रामकिशन, आशा, प्रताप सिंह, रामधारी, बलवान सिंह, पवन कौशिक, रामकुमार शर्मा, साहब सिंह बैरागी आदि उपस्थित रहे।


