हरियाणा के पूर्व DGP मनोज यादव केंद्र में ही अपनी सेवाएं देंगे। केंद्र सरकार ने उन्हें रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के डायरेक्टर जनरल पद पर नियुक्त कर दिया है। रेलवे बोर्ड ने उनकी नियुक्ति को लेकर यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था, जिसके बाद केंद्रीय नियुक्ति कमेटी ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
अब यादव अपनी रिटायरमेंट की डेट 31 जुलाई 2025 तक इसी पद पर अपनी सेवाएं देंगे। वह इस पद पर वेस्ट बंगाल कैडर के आईपीएस अफसर संजय चंदर के 31 जुलाई 2023 को कार्यकाल पूरा होने के बाद ज्वाइन करेंगे।
हरियाणा DGP की रेस से हुए बाहर
केंद्र में आईपीएस मनोज यादव की नई जिम्मेदारी के बाद अब वह हरियाणा के DGP की दौड़ से बाहर हो गए हैं। अभी तक हरियाणा के सबसे सीनियर आईपीएस अफसरों में यादव शामिल हैं। हालांकि हरियाणा सरकार की ओर से केंद्र को डीजीपी के पैनल में मनोज यादव का नाम शामिल नहीं किया गया था। इसके बाद संघ लोक सेवा आयोग ने हरियाणा सरकार से मनोज यादव के डाक्यूमेंट मांग लिए थे।
पैनल में यूपीएससी ने गिनाई 3 कमियां
संघ लोक सेवा आयोग की ओर से 13 जुलाई को भेजे गए मेल में डीजीपी पैनल में तीन कमियां गिनाई गई हैं।
पहली IPS मनोज यादव का इंटेग्रिटी सर्टिफिकेट, एसीआर डोजियर और बायोडाटा नहीं भेजा गया।
दूसरी कमी पैनल तैयार करने के लिए आयोग को भेजी गई एसीआर नियमानुसार वैध है इसका प्रमाण पत्र नहीं भेजा गया।
तीसरी कमी में आयोग ने लिखा है कि सरकार की ओर से भेजे गए पैनल में यह प्रमाण पत्र भी नहीं भेजा गया जिसमें अफसरों की एसीआर में कोर्ट के निर्देश, सरकार की ओर से भेजे गए निर्देश डोजियर और एसीआर में शामिल कर लिए गए हैं।
पैनल में अभी 10 अफसरों के नाम
1988 बैच के IPS अधिकारी पीके अग्रवाल के सेवा विस्तार के साथ ही हरियाणा सरकार ने नए डीजीपी के लिए 10 सीनियर IPS अधिकारियों का पैनल तैयार UPSC को भेजा है। इनमें आरसी मिश्रा, मोहम्मद अकील, शत्रुजीत कपूर, देशराज सिंह, आलोक कुमार राय, एसके जैन, ओम प्रकाश सिंह, अजय सिंघल, आलोक मित्तल और अरशिंदर सिंह चावला का नाम शामिल हैं।