जनता संस्था बुटाना की महासभा की मीटिंग बुलाने पर लगा स्टे
प्रधान द्वारा जनता संस्था बुटाना की महासभा की मीटिंग बुलाने पर जिला प्रशासन ने लगाया स्टे

गोहाना, 25 फरवरी | जनता संस्था बुटाना लगातार विवादों में आ रही हैं। सरकार द्वारा यूनिवर्सिटी बननी प्रस्तावित है। इसमें एसडीएम गोहाना द्वारा छापा मार कर कार्यवाही की गई थी। सरकार इसमें हुए भ्रष्टाचार की जांच कर रही हैं। वहीं संस्था के प्रधान सत्यपाल सांगवान ने एक असिस्टेंट प्रोफेसर नम्रता देवी को बिना कोई नोटिस दिए अचानक उनकी न्युक्ति को रद कर दिया था। 72 सालों के इतिहास में पहली बार एक कर्मचारी द्वारा धरना दिया गया। उसके बाद 24 फरवरी को संस्था के प्रधान ने जांच के मामले में पेश होना था । उनका अचानक से बीमारी का पत्र भेज दिया गया। इसके बाद 27 फरवरी अगली तारीख दी गई। इसके बीच में अचानक 26 फरवरी को महासभा की मीटिंग बुला ली गई। महासभा के सदस्यों ने इसकी शिकायत पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह सांगवान, पूर्व सचिव कृष्ण सांगवान, दीप सिंह, आजाद सांगवान आदि ने की। आज रजिस्ट्रार फर्म एंड सोसाइटी ने सोसाइटी एक्ट 2012 के अनुसार 14 दिन का नोटिस पीरियड पूरा न होना एवं इंक्वायरी पेंडिंग होने की वजह से महासभा की मीटिंग को स्टे कर दिया है। संस्था के प्रधान सत्यपाल सांगवान अब इंक्वायरी पूरी होने तक महासभा की मीटिंग नहीं बुला सकते। सरकार द्वारा सीधा संकेत हैं कि प्रधान की शक्तियों पर पाबंदी लगा दी गई हैं। सूत्रों से पता चला है कि महासभा के सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव भी पारित कर दिया है। आने वाले समय में जनता संस्था में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिलेंगे।