अनुसूचित जाति- जनजाति (अत्याचार निवारण) के लोगों के हितों की रक्षा के लिए गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी कमेटी की बैठक संपन्न
कमेटी के सदस्य सेवा विभाग के माध्यम से दी जाने वाली सहायता लेने के लिए करें लोगों को जागरूक : नगराधीश डा. अनमोल

सोनीपत, 25 फरवरी। अनुसूचित जातियों-जनजातियों की सुरक्षा व अत्याचार निवारण के उद्देश्य से गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए नगराधीश डा. अनमोल ने कमेटी सदस्यों का कहा कि वे समाज के लोगों को जागरूक करने के लिए हर संभव प्रयास करें। सेवा विभाग के माध्यम से दी जा रही सेवाओं की पूर्ण जानकारी प्रदान करते हुए लोगों को उनका पूर्ण लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करें।
लघु सचिवालय के प्रथम तल पे आयोजित बैठक में विभाग को प्राप्त 8 आवेदनों पर विस्तृत चर्चा करते हुए नगराधीश डा. अनमोल ने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को तुरंत प्रभाव से सहायता राशि उपलब्ध करवाई जाये। साथ ही पीड़ितों को अन्य आवश्यक संभव मदद भी दी जाए। उन्होंने अनुसूचित जातियों-जनजातियों के लोगों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने विरूद्घ होने वाले अत्याचार को चुपचाप सहन न करें। अपनी आवाज उठायें, जिसके लिए प्रशासन की ओर से जरूरी सहायता दिलाई जाएगी।
नगराधीश ने जानकारी दी कि सेवा विभाग में सहायता के लिए आवेदन करें। विभाग के माध्यम से पीडि़तों को 85 हजार रुपये से लेकर 8 लाख 50 हजार रुपये तक की सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसके लिए विशेष रूप से उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। इसमें गैर-सरकारी सदस्य भी शामिल किये गये हैं, जिनका दायित्व बनता है कि वे इस संदर्भ में जागरूकता फैलायें। ताकि पीड़ित वित्तीय सहायता के लिए आवेदन करें।
नगराधीश डा. अनमोल ने बताया कि अनुसूचित जाति-जनजाति के पात्र व्यक्तियों को एफआईआर दर्ज होने पर ही 25 हजार रुपये तथा कोर्ट में चालान पेश होने के उपरांत 50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाती है। शेष राशि अलग-अलग चरणों में उपलब्ध करवाई जाती है। इसका लाभ लोगों को उठाना चाहिए और हर प्रकार के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करनी चाहिए।
बैठक में एसीपी क्राइम राजपाल, उप सिविल सर्जन डा. अनिता, जिला कल्याण अधिकारी कमल कुमार, सहायक कल्याण अधिकारी दीपक, कर्मबीर, दलबीर आदि मौजूद रहे