जनता संस्था बुटाना के 72 साल के इतिहास में पहली बार धरना
महिला कर्मचारी को तंग करने एवं हटाने को लेकर धरना शुरू

गोहाना : 21 फरवरी, जनता संस्था बुटाना में शुक्रवार को इतिहास में पहली बार एक महिला एवं कर्मचारीयों द्वारा धरना शुरू कर दिया है। ज्ञात रहे कि जनता संस्था स्टेट यूनिवर्सिटी बनाने जा रही हैं। जनता संस्था के महासभा के मेंबर्स ने गलत नियुक्तियां एवं भ्रष्टाचार करने की शिकायत की थी। 20 जनवरी, 2025 को गोहाना की एसडीएम श्रीमती अंजली ने छापा मार कर रिकॉर्ड जब्त कर लिया था। कर्मचारियों लगाने की जांच सरकार द्वारा जारी है। परन्तु संस्था के संविधान के विपरीत प्रधान सत्यपाल सांगवान ने इंग्लिश विभाग में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफ़ेसर नम्रता देवी को बिना नोटिस जारी किए, न्युक्ति को गलत बताते हुए न्युक्ति को रद कर दिया। नम्रता ने कहा कि प्रधान सत्यपाल सांगवान को संविधान के मुताबिक कोई कार्यवाही करने का अधिकार नहीं है। जब सरकार द्वारा जांच जारी है तो गलत इरादे के तहत हटाया गया है।
संस्था के महासभा के सदस्य लाइफ मेंबर्स और सरपंच नम्रता को अपना समर्थन देने पहुंचे। उन्होंने हौसला बढ़ाया और कहा कि सत्य की जीत जरुर होगी। इसमें मुख्य रूप से सतबीर सांगवान, कृष्ण सांगवान, ईश्वर, जयराम परिवार जिन्होंने जमीन को दान दिया दीप सिंह उर्फ दीपू, आजाद सिंह , सुखबीर, जयसिंह, सरपंच संदीप पहुंचे।
नम्रता ने सीएम समेत सभी अधिकारियों को पत्र लिख कर उस पर एवं परिवार पर जान का खतरे का जिम्मेवार होगे। नम्रता मानसिक तौर से इतनी तंग है कि उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा सुसाइड करने का जिम्मेवार प्रिंसिपल नरेंद्र सांगवान, प्रधान सत्यपाल सांगवान एवं VLDA के प्रिंसिपल डॉ केपी सिंह होगे। प्रिंसिपल नरेंद्र सांगवान पर मिसबिहेव करने की भी बात कही गई हैं।