गठवाला खाप के दादा घासीराम मलिक जी की 156वीं जयंती समारोह में पहुंचे कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा
गठवाला खाप के साथ-साथ अन्य खापों के लिए भी मिसाल रहे दादा घासीराम : डॉ अरविंद शर्मा
गोहाना, 19 फरवरी। प्रदेश के सहकारिता, कारागार एवं पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि देश की महत्वपूर्ण और उत्तर भारत की बडी गठवाला खाप ने हमेशा भाईचारा और समाज को मजबूत करने की जिम्मेदारी निभाई है। दादा घासीराम मलिक जी का जीवन न्याय पर आधारित था। गरीब, जरूरतमंद की मदद करना हो या भेदभाव रहित न्याय करने की जिम्मेदारी, दादा घासीराम मलिक जी द्वारा बेहतर तरीके से निभाई गई।
बुधवार को कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने गोहाना में आयोजित गठवाला खाप के दादा घासीराम मलिक जी की 156वीं जयंती समारोह में शिरकत करते हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि दादा घासीराम जी एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने अपनी जमीन गांव को दान दी और गांव द्वारा सामुहिक तौर पर दी गई जमीन पर मकान बनाया। समाज में भाईचारा और नैतिकता के मूल्यों को मजबूत करने के लिए उन्होंने शराब पीने पर पाबंदी लगाने और डालडा घी खाने में नहीं डालने पर जोर दिया, इसका गांव ही नहीं, आसपास के गांवों और गठवाला खाप द्वारा मन से समर्थन किया गया। कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि दादा घासीराम जी मलिक अपनी जुबान के पक्के थे, कितने ही उदाहरण हैं, जिसमें उन्होंने अपने द्वारा स्थापित की गई मर्यादा को भंग होने से रोका और समाज में मिसाल स्थापित की। आज भी उनके द्वारा न्याय संगत निर्णयों पर गांवों में पंचायतें अपना निर्णय सुनाती है। महिला सशक्तिकरण को लेकर उनका स्पष्ट मानना था, नारी मजबूत होगी, तो समाज मजबूत होगा। ऐसे विचार पर चलते हुए दादा घासीराम मलिक जी ने औरतों को मान-सम्मान दिलाने पर जोर दिया। दिव्य आत्मा के धनी दादा घासीराम जी के निर्णय न केवल पंचायती थे, बल्कि हर वर्ग, हर समाज, हर बिरादरी उनके निर्णयों का स्वागत करती थी। शिक्षा को बढावा देने में दादा घासीराम जी मलिक आगे रहे। जाट स्कूल रोहतक का निर्माण हो, गुरूकुल संस्था भैंसवाल कलां का निर्माण, दोनों स्थानों पर उन्होंने चौधरी माडू सिंह मलिक, चौधरी छोटूराम, भगत फूल सिंह जी का सहयोग किया। इससे इलाके में शिक्षा, विशेष तौर पर बेटियों की शिक्षा की अलग जगी, मेहनत से आगे बढना, एकजुटता के साथ जरूरतमंद को साथ लेकर चलने का प्रयास ही आज के युवाओं को दादा घासीराम जी मलिक के आदर्शों पर आगे बढने की प्रेरणा देगा, मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में सरकार ने राजनीति, शिक्षा, व्यापार से लेकर नौकरी में बिना भेदभाव के आगे बढने के अवसर दिए हैं। हमें अपने युवाओं को इसके लिए तैयार करना चाहिए। समय की मांग है कि युवा सरकारी नौकरी के पीछे दौडने की बजाय आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सोचे, आखिर क्यों, हम नौकरी मांगे, हमें नौकरी देने वाला बनना चाहिए। डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि हमारे महापुरूषों से समाज को जो राह दिखाई है, उस रास्ते पर चलने के लिए समय-समय पर कार्यक्रम आयोजित करें। युवा ऐसे कार्यक्रम का हिस्सा बनें, यह सुनिश्चित करें। तभी उनके अंदर बिरादरी के प्रति, समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी की भावना जागेगी।


