भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख घटना थी चौरा चौरी कांड : आजाद डांगी

गोहाना : 5 फरवरी : पुराना बस स्टैंड गोहाना स्थित शहीद स्मारक पर चौरा चौरी कांड के शहीदों की याद में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने कहा चोरा चोरी कांड की घटना 5 फरवरी 1922 को घटित हुई थी | उत्तर प्रदेश के चौरा चौरी में असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाले क्रांतिकारियों की भीड़ पुलिस से भिड़ गई थी | जिसमें क्रांतिकारियों का नेतृत्व भगवान अहीर ने किया था | जो एक सेना के पेंशनर थे उन्हें पुलिस ने बुरी तरह पीटा इसके कारण उनकी मौत हो गई थी | जिससे गुस्साये क्रांतिकारी और पुलिस में भिड़ंत हो गई थी | इसमें तीन नागरिक और 22 पुलिसकर्मी मारे गए श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता मोर्चे के जिला कार्यकारिणी के सदस्य मास्टर रमेश मेहता ने की उन्होंने कहा इस घटना से आहत होकर महात्मा गांधी को असहयोग आंदोलन वापस लेना पड़ा | बाद में गिरफ्तार 19 क्रांतिकारी को अंग्रेज अधिकारियों ने मौत की सजा और 14 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई | देश की आजादी में हजारों क्रांतिकारियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर देश को आजाद कराया था | उन्ही देशभक्तों की वजह से आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं | हमें भी अपने देश के लिए अपना कर्तव्य निभाना चाहिए | श्रद्धांजलि समारोह में हर भगवान चोपड़ा, मदनलाल अत्री, धर्मपाल लाठर, मोहित, रवि तथा राजू आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे |