रोहतक जिला लोक संपर्क एवं परिवेदना समिति की बैठक में उपायुक्त ने सुनी लोगों की समस्याएं
विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार नहीं पहुंचे मीटिंग में, उपायुक्त ने 11 शिकायतों का मौके पर ही किया समाधान

रोहतक :- 21 जनवरी : जिला विकास भवन के सभागार में मासिक परिवेदना समिति की बैठक हुई, जिसमें विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार को पहुंचना था, लेकिन किसी कारणवश वह मीटिंग में नहीं पहुंचे और उनकी अनुपस्थिति में उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने लोगों की शिकायते सुनी और कई समस्याओं का मौके पर समाधान किया। परिवेदना समिति की बैठक में 17 शिकायतों का एजेडा रखा गया था, जिनमें से 11 शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया गया, जबकि शेष बची शिकायतों को संबंधित विभागों को भेज कर तुंरत समाधान के निर्देश दिए गए। उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिए कि वे गांव रिठाल नरवाल में 26 जनवरी के बाद सभी अवैध कब्जे हटवाएं। साथ ही उपमंडलाधीश द्वारा 22 जनवरी से इस गांव में सडक़ निर्माण का कार्य भी शुरू करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कैलाश कॉलोनी निवासी सुनीता शर्मा की फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने व आरक्षण का गलत लाभ उठाने से संबंधित शिकायत की सुनवाई करते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एनसीईआरटी को संबंधित अध्यापक का जेबीटी का डिप्लोमा रद्द करने की सिफारिश भिजवाएं। साथ ही फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी प्राप्त करने वाले अध्यापक का चयन रद्द करवाने और फर्जी दस्तावेज बनवाने के मामले में भी पुलिस द्वारा कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय फे्रंड्ïस कॉलोनी निवासियों की खसरा संख्या 574 रास्ता पर अनाधिकृत कब्जे से संबंधित शिकायत की सुनवाई करते हुए नगर निगम के अधिकारियों को तुरंत अनाधिकृत कब्जे हटाने के निर्देश दिए और सीएम विंडो पर लंबित शिकायतों का भी अधिकारियों को शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। उपायुक्त ने अनाधिकृ कॉलोनी में प्लॉट न खरीदें का भी आमजन से आह्वान किया। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त धर्मेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया, सहायक आयुक्त प्रशिक्षु अभिनव सिवाच, उपमंडलाधीश आशीष कुमार, दलबीर सिंह फौगाट, सुभाष चंद्र जून, मेजर गायत्री अहलावत, भूपेंद्र सिंह, नवदीप सिंह, मुकुंद तंवर, अंकित कुमार, कमांडर गौरिका सुहाग, राजपाल चहल, डॉ. रमेश चंद्र सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।