गोहाना में महाराणा प्रताप की 428 वी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन
महाराणा प्रताप की मौत की खबर सुनकर अकबर की आंखों में आंसू आ गए थे : आजाद डांगी

अनिल जिंदल, गोहाना : 19 जनवरी : गोहाना के रोहतक रोड सेक्टर 7 के निकट स्थित भगवान परशुराम आश्रम में महाराणा प्रताप की 428 वी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया | इस समारोह के मुख्य वक्ता आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने कहा भारत के इतिहास में महाराणा प्रताप एक मात्र ऐसे योद्धा रहे जिन्होंने कभी किसी मुगल बादशाह के आगे हार नहीं मानी |
हल्दीघाटी के युद्ध के बाद तो अकबर इतना डर गया था कि वह सपने में भी महाराणा प्रताप के नाम से चौंक कर पसीना पसीना हो जाता था | इतिहासकार बताते हैं कि अकबर महाराणा प्रताप की मौत की खबर सुनकर रोया था | 19 जनवरी 1597 को महाराणा प्रताप की मौत हो गई थी | श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता आश्रम के संचालक सुभाष शर्मा ने की उन्होंने कहा महाराणा प्रताप इतिहास में वीरता और दृढ़ प्रतिज्ञा के लिए मशहूर थे | उनका 110 किलोग्राम वजन और 7 फुट 5 इंच लंबाई वाली दो म्यान वाली तलवार और 80 किलोग्राम का भाला रखते थे वे इतने बहादुर थे की एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिकों को काट डालते थे | महाराणा प्रताप की नीतियां शिवाजी महाराज से लेकर ब्रिटिश शासन के खिलाफ देश के स्वतंत्रता सेनानियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी |
कार्यक्रम में युवाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया श्रद्धांजलि समारोह में सत्यनारायण शर्मा, राहुल शर्मा, सूरज, साहिल, पवन, सोनू, वंश, अमन, रचित, नोनू, मोनू चिंटू तथा सनी आदि मुख्य तौर से उपस्थित रहे |