बी पी एस महिला मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने छात्राओं व परिजनों को बुला सुना पक्ष

गोहाना :-गोहाना उपमंडल के गांव खानपुर कलां स्थित भगत फूल सिंह (बीपीएस) महिला मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करने के मामले में निदेशक कार्यालय में बैठक बुलाई गई। बैठक में छात्राओं के अभिभावकों को भी बुलाया गया था। अधिकारियों ने दोनों पक्षों की छात्राओं का पक्ष सुना। मामले का निपटान करते हुए अधिकारियों ने छात्राओं को कक्षा में भेज दिया। हालांकि इस बारे में अधिकारी और छात्राएं अब कुछ नहीं बोल रहे हैं। अधिकारी का कहना है कि मेडिकल की छात्राएं और पूरा स्टाफ एक परिवार है, मामले को बातचीत कर सुलझा लिया गया है।
भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के नए बैच की छात्रा ने अपने अभिभावकों को बताया था कि यहां सीनियर छात्राओं ने उनकी रैगिंग कर परेशान किया जा रहा है। अभिभावक ने इस बारे में मेडिकल कॉलेज के प्रशासन को सूचना दी थी। मेडिकल प्रशासन ने तीन दिन पहले छह सीनियर छात्राओं को कक्षाओं से निष्कासित कर दिया था। इस पर छात्राओं ने बुधवार को कॉलेज के निदेशक के कार्यालय के बाहर एकत्रित होकर एतराज जताया था। सीनियर छात्राओं का कहना था कि जूनियर से कोई रैगिंग नहीं की गई, बल्कि नेशनल मेडिकल कौंसिल की गाइडलाइन के अनुसार ही जूनियर को कॉलेज के प्रोसेस से अवगत करवाया था। निष्कासन से पहले छात्राओं का पक्ष नहीं सुना गया। कॉलेज के अधिकारियों ने शुक्रवार को सीनियर छात्राओं को पक्ष सुना और उनके अभिभावकों को भी बुलाया। कॉलेज प्रशासन की कोशिश है कि यहां पर और बेहतर माहौल बनाया जाए। साथ ही मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों की तरफ से सभी एमबीबीएस की छात्राओं की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी।