कोर्ट के फैसले के बाद खिलाड़ियों को एमडीयू ने दिया दाखिला , सत्य की हुई जीत – दीपक धनखड़
फर्जी सर्टिफिकेट वाले खिलाड़ियों के साथ अंतिम समय तक खड़े रहे एमडीयू के कुछ अधिकारी , कोर्ट से मिला इंसाफ - सीवाईएसएस
रोहतक : 11 दिसंबर : बुधवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने सीनियर नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ी रूपा और कपिल को कोर्ट के आदेश मानते हुए दाखिला दे ही दिया । सीवाईएसएस हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक धनखड़ ने कहा कि यह सत्य की जीत हुई है और काबिल खिलाड़ियों का दाखिला हो पाया । नहीं तो एमडीयू के कुछ अधिकारी अंतिम क्षण तक इन खिलाड़ियों के विरुद्ध खड़े रहे ।
छात्र नेता दीपक धनखड़ ने कहा कि यह बड़े ही आश्चर्य की बात है कि जब वे एमडीयू प्रशासन के पास गए और फर्जी सर्टिफिकेट पर दाखिला देने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ आवाज उठाई तो एक ग्रीवेंस कमेटी बनाई गई, जिसमें यह मुद्दा रखा गया । उस कमेटी ने भी इन खिलाड़ियों को गलत ठहराया और फर्जी सर्टिफिकेट से दाखिला लेने वाले खिलाड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, और सीनियर नेशनल स्वर्ण पदक विजेता रूपा और कपिल को एमपीएड में दाखिला देने से मना कर दिया । जब मामला कोर्ट में गया तो कहीं अधिकारियों पर इंक्वारी हो जाए इस डर की वजह से जिन खिलाड़ियों को फर्जी सर्टिफिकेट से एमपीएड में दाखिले दिए गए उन्हें रद्द किया गया । धनखड़ ने चिंता जताते हुए कहा कि जब पात्र खिलाड़ी जो नेशनल में स्वर्ण पदक विजेता है अगर उन्हें दाखिला मिलता है तो वह आगे भी एमडीयू का नाम राष्ट्रीय खेल स्तर में रोशन करेंगे , लेकिन फर्जी सर्टिफिकेट से दाखिला लेने वाले विद्यार्थी खेल के स्तर को एमडीयू की प्रगति में रोड़ा अटकाने करेंगे, इसके बावजूद भी प्रशासन ऐसे खिलाड़ियों के साथ कैसे अनदेखी कर सकता है । एमडीयू अधिकारियों को इस मामले में जांच करनी चाहिए और जो भी अधिकारी इसमें दोषी पाया जाता है उस पर कार्रवाई करनी चाहिए ।
सीनियर नेशनल स्वर्ण पदक विजेता रूपा नांदल और कपिल ने बताया कि वे पात्र होते हुए भी एमडीयू एमपीएड में दाखिला न मिलने की वजह से काफी परेशान हो चुके थे , अधिवक्ता तरुण भारद्वाज ने उन्हें हौसला और छात्र नेता दीपक धनखड़ ने उम्मीद जगाई जिसके बाद माननीय कोर्ट ने उनके हक में फैसला सुनाया । उन्होंने माननीय अमित श्योराण जी की कोर्ट का धन्यवाद किया उनकी वजह से उनको इंसाफ मिल पाया , नहीं तो एमडीयू प्रशासन के कुछ अधिकारियों की वजह से उनके लिए एमडीयू एमपीएड में दाखिला लेने के सारे दरवाजे बंद हो चुके थे । अब उन्होंने एमपीएड की फीस एमडीयू में जमा करवा दी है ,और उनका दाखिला हो चुका है , उन्होंने कहा कि वे भविष्य में अपने खेल को ओर निखारते हुए एमडीयू का नाम रोशन करेंगे।