भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी व आध्यात्मिक क्रांति की पहली चिंगारी थे महर्षि अरविंद घोष : आजाद डांगी
गोहाना : 5 दिसंबर गोहाना के पुराना बस स्टैंड स्थित शहीद स्मारक पर महर्षि अरविंद घोष की 74 वी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया | इस समारोह के मुख्य वक्ता आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने कहा महर्षि अरविंद घोष एक महान स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ योगी, दार्शनिक ,कवि और प्रकांड विद्वान भी थे उनके क्रांतिकारी विचार और भाषणों में ब्रिटिश सरकार की दमनकारी नीतियों की कड़ी आलोचना शामिल रहती थी, और समाचार पत्र वंदे मातरम तो अंग्रेजी शासन के विरुद्ध आग उगलता था | अलीपुर बम कांड में गिरफ्तार किए गए 40 लोगों में अरविंद घोष भी शामिल थे | श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता मोर्चे के जिला कार्यकारिणी सदस्य सतवीर पोडिया ने की, उन्होंने कहा मातृभूमि के प्रति प्रेम की भावना का उच्च स्तर महर्षि अरविंद घोष के हृदय में इस प्रकार समाया हुआ था कि उसे वे ईश्वर प्रदत्त प्रेरणा का रूप मानते थे वह आध्यात्मिक राष्ट्रवाद अथवा राष्ट्रवादी अध्यात्मिक दर्शन के जनक थे श्रद्धांजलि समारोह में मदनलाल अत्री, रामफल पूनिया, धर्मपाल नरवाल ,पालेराम, राहुल तथा सोनू आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे |