जसिया स्थित चौधरी छोटूराम धाम पर भव्य समारोह का आयोजन, सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रबुद्ध लोगों को किया सम्मानित
दीनबंधु चौधरी छोटूराम ने हमेशा गरीब-मजदूर व कमजोर वर्ग की उठाई आवाज, शिक्षा के प्रति किया जागरूक : वीरेन्द्र सिंह डूमरखा
रोहतक :-1 दिसंबर : जाट सेवा संघ एवं अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को दीनबंधु चौधरी छोटूराम व भारत रत्न राजा महेन्द्र प्रताप सिंह की जयंती पर जसिया स्थित चौधरी छोटूराम धाम पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रदेशों से सर्वसमाज के प्रबुद्ध लोगों ने हिस्सा लिया। समारोह में सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव भी पारित किए गए। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने बतौर मुख्यअतिथि शिरक्त की।
उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम ने हमेशा गरीब, मजदूरों व कमजोर वर्ग की आवाज उठाई और लोगों को शिक्षा के प्रति भी जागरूक किया। साथ ही उन्होंने कहा कि जाट समाज का देश व प्रदेश के विकास में अहम योगदान रहा है। उन्होंने समाज के लोगों से एकजुट होने का भी आह्वान किया।
इस अवसर पर धाम के संस्थापक चेयरमैन यशपाल मलिक ने कहा कि चौधरी छोटूराम ने लोगों में शिक्षा की अलख जगाई और आज उसी दिशा में धाम समाज में बदलाव लाने और रोजगार के अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। साथ ही उन्होंने सरकार से जाट समाज की लंबित मांगों को भी शीघ्र पूरा करने की मांग की।
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह दहिया ने कहा कि छोटूराम धाम का एक ही उदेश्य है कि सर्वसमाज को आगे ले जाना और इसके लिए युवाओं को आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए हर प्रयास किए जा रहे है। सम्मेलन में पांच प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पास किए गए, जिसमें दीनबंधु चौधरी छोटूराम को भारत रत्न दिलवाने, भाखड़ा नांगल बांध का नाम दीनबंधु चौधरी छोटूराम के नाम से रखवाने, एसबीसी की रुकी हुई भर्तीयो पर जॉइनिंग दिलवाने, 19 मार्च 2017 को सरकार और समिति के बीच हुए समझौते को लागू करवाने व समगोत्र विवाह को अवैध घोषित करने और हिंदू मैरिज एक्ट में बदलाव करवाना प्रमुख है।
सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोगों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के विधायक वीरेंद्र कादयान, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश नांदल, रणधीर सिंह पणिहार, राजपाल निठारी, दादा बलजीत मलिक, भीम सिंह, अंशुल रूहिल, दीपक फोगाट, एडवोकेट रणधीर सिंह, सुधीर टोकस, उमेश कुमार, प्रेमलता, सुमेर गहलोत, नफे सिंह मान, हरज्ञान मलिक, रमेश कुंडू, प्रेम किशन गहलोत, रामकरण दलाल, सुदेश मलिक, आशीष फौजदार, राजकुमार मलिक ने भी अपने विचार सांझा किए।