भ्रूण के लिंग की जांच करने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटर का और गिरोह का भंडाफोड़
साढ़े चार महीने पहले मर चुके चिकित्सक के नाम पर चलाया जा रहा था सेंटर, दलाल से 52 हजार रुपए बरामद
गोहाना :-28 नवम्बर : रोहतक के डी.सी. और वहां के सिविल सर्जन द्वारा गठित टीम ने गुरुवार को भ्रूण की लिंग जांच करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस छापे में दलाल से 52 हजार रुपए बरामद किए गए। यह भेद खुला कि जिस चिकित्सक के नाम पर सेंटर चलाया जा रहा था, उसकी साढ़े चार महीने पहले मौत हो चुकी है।
प्रशासन को गुप्त सूचना मिली कि हरियाणा की सीमा से लगते राज्यों में लिंग जांच होती है। शिकायत की जांच के लिए टीम का गठन डॉ. विश्वजीत राठी की अध्यक्षता में किया गया। टीम में डॉ. विशाल चौधरी और डॉ. मोहित गिल को शामिल किया गया।
एक दलाल मीना से संपर्क किया गया। एक गर्भवती महिला को नकली ग्राहक के रूप में तैयार किया गया। दलाल मीना ने गुरुवार की सुबह 9 बजे गोहाना के अंबेडकर चौक में बुलाया। वहां से मीना नकली गर्भवती ग्राहक के साथ पानीपत की तरफ चली। रास्ते में मीना ने एक और गर्भवती महिला को अपने साथ लिया। वह दोनों गर्भवती महिलाओं को अपने साथ उत्तर प्रदेश के शामली में पहुंची। वहां मां सावित्री अस्पताल एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर पर दोनों गर्भवती महिलाओं की लिंग जांच करवाई गई। एक महिला को लड़का और दूसरी को लड़की बताई गई।
जांच में खुलासा हुआ कि अल्ट्रासाउंड सेंटर को एक महिला बी.ए. एम.एस. चिकित्सक चला रही है। वह गर्भपात भी करती है। जिस चिकित्सक के नाम पर यह सेंटर चल रहा है, उसकी साढ़े चार महीने पहले मौत हो चुकी है। छापा मारने वाली टीम ने दलाल से 52 हजार रुपए जब्त किए।
रोहतक के डी.सी. धीरेंद्र खरगड़ ने कहा कि लिंग जांच करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। टीम में रोहतक से डॉ. संजीव मलिक, डॉ. विकास सैनी, डॉ. विजय, दीपक कुमार, जोगेंद्र सैनी के साथ पुलिस कर्मचारी मौजूद रहे।