19वीं शदी के महान समाज सुधारक थे महात्मा ज्योतिबा फुले : रामेश्वर दास सैनी
गोहाना : 28 नवंबर : गोहाना के पानीपत रोड स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले व सावित्रीबाई फुले चौक पर कई सामाजिक संगठनों ने मिलकर महात्मा ज्योतिबा फुले की 134 वी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया | इस समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय वैदिक परमार्थ ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामेश्वर दास सैनी थे| सैनी ने कहा महात्मा ज्योतिबा फुले 19वीं शदी के महान समाज सुधारक थे उन्होंने महिलाओं और दलितों की शिक्षा, वंचितों और दलित शोषितों के उत्थान और भारतीय सामाजिक व्यवस्था में सुधार के लिए अथक प्रयास किये | उन्होंने अपनी धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ सारा जीवन शिक्षा के प्रचार प्रचार में लगा दिया उन्होंने भारत की पहली रात्रि पाठशाला खुलवाई थी | श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता आजाद हिंद देशभक्त मोर्चा के निर्देशक डॉक्टर सुरेश सेतिया ने की तथा उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले महान समाज सुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे 1873 में उन्होंने सत्यशोधक समाज नामक संस्था का गठन किया 1890 में लकवा से उनकी मृत्यु हो गई | समारोह का मार्गदर्शन मोर्चे के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने किया इस मौके पर अंबेडकर संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव रोहतास अहलावत, ग्राम सुधार समिति खंदराई के संस्थापक व अध्यक्ष जगमहेंद्र खंदराई, अध्यात्म में पी एच डी समुद्र दास महाराज, सतबीर पोडिया, मदनलाल अत्री, रमेश सैनी तथा फूल सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे |