जाट स्कूल में स्माधि स्थल पर चौधरी छोटूराम के 143वें जन्मोत्सव पर हुआ हवन यज्ञ, शहर के प्रबुद्ध लोगों ने आहूति डालकर श्रद्धासुमन किए अर्पित
रहबर-ए-आजम दीनबंधु चौधरी छोटूराम ने समाज में शिक्षा की लौ जलाई : गुलाब दिमाना
रोहतक, 24 नवंबर। रहबर-ए-आजम दीनबंधु चौधरी छोटूराम के 143वें जन्मोत्सव के अवसर पर जाट स्कूल स्थित समाधि स्थल हवन यज्ञ हुआ, जिसमें सभी स्कूलों व कॉलेजों के प्राचार्य, स्टाफ सदस्यों व सर छोटूराम के चाहने वालों ने हवन यज्ञ में आहुति देकर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर जाट शिक्षण संस्थान के प्रधान गुलाब सिंह दिमाना ने कहा कि रहबर-ए-आजम दीनबंधु चौधरी छोटूराम ने अंधविश्वास के खात्मे के लिए और किसानों, गरीबों व लाचारों को उनका हक दिलवाने के लिए शिक्षा को ही सबसे बड़ा माध्यम माना। इसलिए उन्होंने उत्तर भारत में कई जगह शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम अल्पायु से ही शिक्षा का महत्व जानते थे। उन्होंने कठोर परिश्रम करके शिक्षा की अलख जगाई। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम ने अंध विश्वास और पाखंड के खिलाफ लोगों को जागरूक रहने को प्रेरित किया और ताउम्र काम कर गरीब व मजदूरों के हकों के लिए अपनी बात रखने को जागरूक किया। साथ ही उन्होंने कहा कि जाट शिक्षण संस्थाओं के स्कूलों व कॉलेजों में नशे जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ विशेष मुहिम चलाई जाएगी ताकि समाज का हर वर्ग इस बुराई से दूर रहे। उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर ऊंचा रखकर और नशे जैसी बुराई से दूर रहकर हमें रहबर-ए-आजम के कार्यों को जीवन में अपनाना चाहिए। इस अवसर पर धर्मराज, नवदीप, सुधीर हुड्डा, डॉ. कपूर सिंह, राजेश तहलान, वेदपाल नैन, पवन कादियान, राजपाल बुधवार, सुनील फरमाना, सुखबीर हुड्डा, सतबीर फौगाट, देवेंद्र बालंद, डॉ. प्रदीप मलिक, वेदपाल, सुरेंद्र ढुल, जसमेर, डॉ. शबनम राठी, डॉ. रश्मि लोहचब, डॉ. नवनीत अहलावत, राजीव जून, प्रवीन दहिया, डॉ. सुनीता आर्या प्रमुख रूप से मौजूद रहे।