अमर शहीद मदन लाल धींगड़ा की 141वीं जयंती पर गोहाना में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित
गोहाना :18 सितंबर :अमर शहीद मदन लाल धींगड़ा का जन्म एक सम्पन्न घराने में हुआ। वह चाहते तो बडे आराम से ऐश की जिंदगी बिता सकते थे। लेकिन वह वतन पर मर मिटे । बधवार को यह टिप्पणी आजाद हिंद देशभक्त मोर्चे के निदेशक डॉ. सुरेश सेतिया ने की।
डॉ. सुरेश सेतिया पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में स्थित अमर शहीद मदन लाल धींगड़ा पार्क में उनकी 141वीं जयंती पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे संयोजन मोर्चे के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने किया। अध्यक्षता पार्क सुधार समिति के अध्यक्ष जगदीश चिंदा ने की। मुख्य वक्ता डॉ. सुरेश सेतिया ने कहा कि 18 सितंबर 1883 को मदन लाल धींगड़ा का जन्म अमृतसर में हुआ। जगदीश चिंदा ने कहा कि लॉर्ड कर्जन वायली को गोली से उड़ाने के बाद मदन लाल धींगड़ा ने वहीं अपने को गोली मारने की कोशिश भी की, पर उन्हें दबोच लिया गया तथा वायली की हत्या के आरोप में 17 अगस्त 1909 को फांसी पर चढ़ा दिया गया। उस समय उनकी उम्र 26 साल की थी। कार्यक्रम में अनूप फौजी, राजपाल कश्यप, सतबीर पौडिया, कश्मीरी लाल बावा, सुरेश कश्यप, रमेश मेहता, हरभगवान चोपड़ा, सुलतान सैन आदि भी पहुंचे।