गोहाना के सनातन धर्म मंदिर शिवाला मस्तनाथ में व्यास दीदी प्रीति रामानुज ने महा शिव पुराण की दूसरे दिन की कथा का वाचन करते हुए कहा-हरिद्वार में हर का भी वास, हरि का भी
गोहाना :-26 जुलाई : हरिद्वार में हर का भी वास है, हरि का भी । इसलिए हरिद्वार को हरद्वार भी कहा जाता है। शुक्रवार की शाम को यह टिप्पणी व्यास दीदी प्रीति रामानुज ने की। वह पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में स्थित सनातन धर्म मंदिर शिवाला मस्तनाथ में महा शिव पुराण की दूसरे दिन की कथा का वाचन कर रही थीं।
महा शिव पुराण की कथा इस बार कांवड़ शिविर के साथ की जा रही है जिसका आनंद लेने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में कांवड़िए भी पहुंच रहे हैं। कथा की अध्यक्षता मंदिर के अध्यक्ष प्रवीण गोयल ने की। मुख्य यज्ञमान भोलाराम वर्मा और उनकी पत्नी माया देवी वर्मा रहे।
दूसरे दिन की कथा में व्यास दीदी प्रीति रामानुज ने कहा कि मैदान का क्षेत्र हरिद्वार और पहाड़ों का क्षेत्र हरद्वार है । हरद्वार केदारनाथ की वजह से है जहां हर यानी भगवान शिव विराजते हैं। हरिद्वार बद्रीनाथ की बदौलत है जहां हरि यानी भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना होती है।
दीदी प्रीति रामानुज ने यह भी कहा कि गोलोक धाम में वास बेशक भगवान कृष्ण और राधा रानी का है, पर उसे बसाया भगवान शिव ने है। भगवान शिव ने ही भगवान विष्णु को कृष्ण के रूप में सदैव अपने समीप रखने के लिए कैलाश पर्वत के निकट गोलोक धाम बनाया तथा उसे कृष्ण को भेंट कर दिया। कथा का श्रवण करने के लिए ओ.डी.शर्मा, वीरेंद्र जैन, विनोद अग्रवाल, अशोक जैन, गोविंद गोयल, रामबीर, रामनिवास सैनी, हिमांशु वर्मा, तिलक राज सेतिया, चंद्रशेखर शर्मा, अरुण
सैनी, पाले राम धीमान, विक्रम सिंह और ब्रह्मा सैनी पहुंचे।