गोहाना में 171 दिन से बेमियादी धरने पर बैठे किसानों की 6 दरियां चोरी, भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा : नई दरियां खरीदने के पैसे नहीं, लगाया आरोप: धरने को नाकाम करने के लिए चोरी करवाई गई दरियां

गोहाना :-16 जुलाई : 171 दिन से शहर के लघु सचिवालय में सोनीपत जिले का अनिश्चितकालीन धरना दे रहे किसानों को अब तक फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा तो नहीं मिला है, अलबत्ता उनकी वे 6 दरियां जरूर चोरी हो गई हैं जिन पर वे रोज सुबह 11 बजे से दोपहरबाद 3 बजे तक धरने पर बैठ रहे थे। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि किसानों के पास नई दरियां खरीदने के पैसे नहीं हैं। ऐसे में किसान नंगी जमीन पर धरने पर बैठे। नरवाल ने गंभीर आरोप
लगाया कि किसानों के धरने को नाकाम करने के लिए दरियां चोरी करवाई गई हैं। भारतीय किसान यूनियन लघु सचिवालय में 29 जनवरी से लगातार धरना दे रही है । उसका संकल्प है कि जब तक एक-एक पीड़ित किसान को उसकी तबाह हुई फसल का मुआवजा नहीं मिलेगा, अनिश्चितकालीन धरना निरंतर जारी रहेगा। जहां किसान धरने पर बैठते हैं, उससे चंद कदम की दूरी पर ही कोर्ट कॉम्पलेक्स की पुलिस चौकी है।
सत्यवान नरवाल ने बताया कि रोज जाते हुए किसान धरने की दरियों को पार्किंग के ठेकेदार के रूम में रख जाते थे और सुबह आ कर वहीं से उठा कर दोबारा से धरने के लिए बिछा लेते थे। जहां ये दरियां रखी जाती थीं, वहां सी.सी.टी.वी. कैमरे भी लगे हुए हैं। इसी आधार पर नरवाल ने दावा किया कि अगर पुलिस चाहे तो आरोपियों का पता लगा कर उन्हें गिरफ्तार कर सकती
है तथा उनसे चोरी की दरियां बरामद कर सकती है। उन्होंने यह सवाल भी किया कि बीस गज की दूरी पर पुलिस की चौकी है, ऐसे में किसानों की दरियां चोरी हो भी गईं तो कैसे ? इससे पुलिस की कर्मण्यता पर अपने-आप प्रश्नचिह्न लग रहा है ।
हरियाणा भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने यह गंभीर आरोप लगाया कि जब 171 दिन से बेमियादी धरने पर बैठे किसानों को मनाने की कोई भी कोशिश कामयाब नहीं हुई, तब उनके धरने की दरियां ही चोरी करवा दी गईं। उन्होंने कहा कि दरियां चोरी हुई नहीं, करवाई गई हैं ताकि किसान धरना खत्म कर दें ।
सत्यवान नरवाल ने साफ कर दिया कि ऐसे किसी भी ओछे हथकंडे से किसान घबराने वाले नहीं हैं तथा वे घरों को तभी वापस लौटेंगे जब उनको मुआवजा मिल जाएगा।
सत्यवान नरवाल ने यह भी कहा कि किसानों के पास नई दरियां खरीदने के पैसे नहीं हैं।जनवरी में भी बड़ी मुश्किल से दरियां खरीदी गई थीं। ऐसे में जब तक चोरी हुई दरियां बरामद नहीं हो जाएंगी, तब तक किसान प्रतिदिन नंगी जमीन पर बिना कुछ बिछाए बैठेंगे, पर अपना धरना लगातार जारी रखेंगे ।