149 दिन से मुआवजे के लिए गोहाना में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी भारतीय किसान यूनियन ने गेंद डाली सरकार के पाले में
आभार या फिर तकरार, अब सरकार के हाथ : नरवाल
गोहाना :-24 जून : 149 दिन से मुआवजे के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को गेंद को पूरी तरह से सरकार के पाले में डाल दिया । भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने धरना स्थल पर कहा कि यह अब पूरी तरह से राज्य सरकार के हाथ में है कि वह किसानों को उसका आभार व्यक्त करने का सुअवसर प्रदान करती है अथवा दोबारा से तकरार को आमंत्रित करती है।
शहर के लघु सचिवालय का बेमियादी धरना सोनीपत का जिला स्तरीय धरना है । यह धरना 29 जनवरी से लगातार चल रहा है। लोकसभा चुनाव में मिले हार के करारे झटके के बाद भाजपा सरकार इतनी नर्म हो गई कि उसने किसी भी किसान को मुआवजे से महरूम न रहने देने के लिए भाकियू से ही पीड़ित किसानों की लिस्ट मांग ली। भारतीय किसान यूनियन ने यह लिस्ट दे भी दी। लेकिन लिस्ट देने के बाद कोई संपर्क नहीं किया गया ।
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के आला अधिकारियों से पंचकूला में बातचीत बेहद सकारात्मक रही थी । तब भाकियू मुआवजे के भुगतान के लिए सात से दस दिन का समय मांगा गया था। सरकार के पॉजिटिव रुख को देखते हुए भाकियू ने अपने आंदोलन को तेज नहीं किया ।
नरवाल ने कहा कि अगर सरकार मुआवजा दे देगी, भाकियू उसका धन्यवाद करने से गुरेज नहीं करेगी। लेकिन हां भर लेने के बाद अगर अब भी किंतु-परंतु की आड़ में मुआवजा बाधित हुआ, तब भाकियू आंदोलन की अगली रणनीति के लिए विवश हो जाएगी।
सत्यवान नरवाल ने कहा कि पीड़ित किसानों के सब्र का पैमाना छलक रहा है। अब वे बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करेंगे। धरने पर सत्यपाल, पाला राम, साहब सिंह, राम किशन, भगत सिंह आदि किसान भी बैठे।
आभार या फिर तकरार, अब सरकार के हाथ : नरवाल