सिरसाढ़ गांव के भगवान विश्वकर्मा भवन में देशबंधु चितरंजन दास की 99वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजली समारोह का आयोजन
सारी सम्पत्ति दान कर देशबंधु कहलाए चितरंजन दास : दांगी
गोहाना :-16 जून : चितरंजन दास ने अपनी पूरी सम्पत्ति मेडिकल कॉलेज और महिला अस्पताल के लिए दान कर दी। तभी वह देशबंधु कहलाए। रविवार को यह खुलासा आजाद हिंद देशभक्त मोर्चे के मुख्य संरक्षक आजाद सिंह दांगी ने किया । दांगी सिरसाढ़ गांव के भगवान विश्वकर्मा भवन में देशबंधु चितरंजन दास की 99वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिल वाल्मीकि ने की जो गांव के पूर्व सरपंच और मोर्चे की बरोदा हलका इकाई के महासचिव हैं। अनिल वाल्मीकि ने दावा किया कि देशबंधु चितरंजन दास आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेता जी सुभाष चंद्र बोस के राजनीतिक गुरु थे । वह अलीपुर षड्यंत्र केस में अरविंद घोष के वकील थे । मोर्चे के प्रवक्ता राम निवास पांचाल ने कहा कि चितरंजन दास स्वराज पार्टी के संस्थापक थे। उन्होंने अनेक क्रांतिकारियों के केस पूरी तरह से मुफ्त में लड़े थे। 16 जून 1925 को उनका निधन हो गया ।
इस अवसर पर मनजीत प्रजापति, सुनील सिंधु, कृष्ण पांचाल, दलबीर प्रजापति, राकेश पांचाल, अजय विश्वकर्मा आदि भी उपस्थित रहे।