गोहाना में 78 दिन से धरने पर बैठे किसानों ने किया फैसला-भाजपा-जजपा प्रत्याशियों को नहीं घुसने देंगे गांवों में
गोहाना :-15 अप्रैल : रबी और खरीफ की खराब फसलों के मुआवजे के लिए 29 जनवरी से लघु सचिवालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसानों के सब्र का पैमाना छलकने लगा है। धरने के 78वें दिन भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि न केवल भारतीय जनता पार्टी अपितु गठबंधन की सहयोगी रही जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवारों को भी गांवों में घुसने नहीं दिया जाएगा।
हरियाणा भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि किसानों के दोषी केवल भाजपा वाले नहीं, जजपा वाले भी हैं। बेशक गठबंधन नहीं रहा, लेकिन जजपा ने गठबंधन रहते भी किसानों की आवाज सुनने तक की तकलीफ नहीं की । अब राज से बाहर होने के बाद जजपा वाले चाहे पूरा ठीकरा भाजपा के सिर फोड़ते रहें, पर किसानों की निगाह में भाजपा जितने गुनहगार जजपा वाले भी हैं। इस लिए तय किया गया है कि दोनों दलों में से किसी भी दल के प्रत्याशी गांव में नहीं घुस सकेंगे।
सत्यवान नरवाल ने कहा कि अब भी बाजी हाथ से निकली नहीं है । भाजपा को किसानों के आंदोलन को गंभीरता से लेना चाहिए और बकाया मुआवजे का ब्याज समेत भुगतान अविलंब करवा देना चाहिए। मुआवजा मिल गया तो किसान धन्यवाद करेंगे अन्यथा सम्पूर्ण बहिष्कार के लिए तो वे कमर कसे हुए हैं ही।
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि सोनीपत संसदीय सीट के भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली और भाजपा के किसान मोर्चे के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश दहिया ने किसानों को आश्वस्त किया था, लेकिन उनके वायदे केवल मीठी गोली भर साबित हुए हैं । किसानों को झूठे दिलासे नहीं, मुआवजा चाहिए। उससे कम कुछ मंजूर नहीं है ।
इस अवसर पर राजमल मलिक, राम किशन मदीना, पाले राम मदीना, बिजेंद्र मदीना, कर्मबीर कथूरा, सोनू बनवासा आदि भी धरने पर मौजूद रहे।