एनसीईआरटी की नई किताबों की सप्लाई न आने पर विद्यार्थियों से पुरानी किताबें खरीदकर बेचना किया शुरू
शहर में बीते वर्ष एनसीईआरटी की किताबों का हुआ 4 करोड़ का कारोबार, इस बार कीमत अधिक होने से किताबों का कारोबार 10 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने की उम्मीद है।
गोहाना :-11 अप्रेल : गोहाना में किताबों की दुकानों पर इस बार एनसीईआरटी की किताबों की सप्लाई नहीं पहुंची। नई किताबों की सप्लाई न आने पर शहर के कुछ दुकानदारों ने पास हुए विद्यार्थियों से पुरानी किताबें खरीदकर बेचना शुरू कर दिया है। विक्रेता अभिभावकों को एनसीईआरटी की पुरानी किताबों 70 से 80 प्रतिशत कीमत पर बेच रहे हैं। कुछ दुकानदार चोरी छिपे ज्यादा कीमत पर भी किताबें बेच रहे हैं |
विक्रेता राजेश मेहता ने बताया कि शहर में किताबों के करीब 25 बड़े विक्रेता हैं। दुकानदारों ने किताबों की बीते वर्षों की औसत खपत के आधार पर बीते वर्ष दिसंबर माह में डिमांड भी भेज दी थी। इसके बावजूद भी अब तक एनसीईआरटी की किताबों की सप्लाई नहीं पहुंची है। दुकानदारों का कहना है कि, एनसीईआरटी से कुछ कक्षाओं की 1 या 2 किताबें ही आई हैं। जबकि अभिभावक पूरे सेट की मांग कर रहे है। बीते वर्ष शहर के स्कूलों में दाखिले शुरू होने के समय केवल अप्रैल माह में ही एनसीआरटी किताबों की बिक्री से 4 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था। लेकिन, इस बार प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबों की बिक्री हो रही है। किमत अधिक होने से किताबों का कारोबार 10 करोड़ रुपए के आंकड़े तक पहुंचने की उम्मीद है। प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबें महंगी होने के चलते कुछ अभिभावक पुरानी किताबों की भी मांग कर रहे हैं। अभिभावकों को एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध करवाने के लिए विक्रेता भी पास हुए विद्यार्थियों से संपर्क कर उनकी किताबें खरीद कर अभिभावकों को बेच रहे हैं।