गोहाना में धरनारत किसानों के डर से सी.एम. ने रद्द किया खरखौदा आगमन : भाकियू
गोहाना :-10 अप्रैल : भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को दावा किया कि गोहाना में लघु सचिवालय में 73 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसानों के डर से सी.एम. नायब सिंह सैनी ने 13 अप्रैल का अपना खरखौदा आगमन ही रद्द कर दिया है।
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि मंगलवार को प्रशासन को अल्टीमेटम दिया गया था कि या तो वह सी.एम. से मुलाकात करवाए अन्यथा सी.एम. के खरखौदा आने पर उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे और उनका घेराव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीन मई को जब सी.एम. सोनीपत में भाजपा प्रत्याशी का नामांकन भरवाने आएंगे, तब किसान उनका घेराव करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाएंगे।
गोहाना शहर के लघु सचिवालय में 29 जनवरी से पूरे सोनीपत जिले के किसान डटे हुए हैं। वे रविवार और सब राजपत्रित छुट्टियों पर भी अपना धरना जारी रखे हुए हैं। बिना ब्रेक दिए जाने वाले इस धरने को रबी और खरीफ फसलों को हुए नुकसान के मुआवजे के लिए दिया जा रहा है। किसान रिलायंस बीमा कम्पनी पर केस दर्ज करवाने की मांग पर भी अड़े हुए हैं। उनका आरोप है कि इस कम्पनी ने उनको मुआवजा न देने के लिए अवैध रूप से उनकी बीमा पॉलिसियां ही कैंसिल कर दीं । भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने बुधवार को कहा कि सी.एम. नायब सिंह सैनी किसानों से डर गए हैं। इस लिए उन्होंने 13 अप्रैल का खरखौदा का दौरा ही रद्द कर दिया है। उनके अनुसार अब तीन मई को जब सैनी सोनीपत में अपने लोकसभा प्रत्याशी का नामांकन दाखिल करवाने आएंगे, तब उनका विरोध किया जाएगा।
सत्यवान नरवाल ने कहा कि सरकार के इशारे पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी आरोपी कम्पनी को पूरा संरक्षण दे रहे हैं। अगर सरकार ने जल्दी किसानों की सुनवाई नहीं की, किसान अपने आंदोलन को और सख्त करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
धरने पर राजमल मलिक, रमेश मदीना, कर्मबीर नरवाल, राम किशन मदीना, आजाद सिंह मोर आदि भी उपस्थित रहे।