भाजपा के सोनीपत सीट के संसदीय प्रत्याशी की विवादास्पद टिप्पणी पर भड़के सोनीपत जिले के किसान
गोहाना :-27 मार्च: अपनी खराब फसलों के मुआवजे के लिए दो महीने से गोहाना के लघु सचिवालय में अनिश्चितकालीन जिलास्तरीय धरने पर बैठे सोनीपत जिले के किसान बुधवार को तब भड़क गए जब सोनीपत संसदीय सीट के भाजपा प्रत्याशी की इस धरने को ले कर एक विवादास्पद टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
पी. एम. फसल बीमा योजना में रिलायंस बीमा कम्पनी ने मुआवजे के भुगतान के समय किसानों की पॉलिसियां ही रद्द कर दीं कम्पनी पर एफ.आई.आर. दर्ज करवाने और मुआवजे के भुगतान के लिए सोनीपत जिले के किसानों ने 29 जनवरी से गोहाना में डेरा डाल रखा है तथा वे लघु सचिवालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
भाकियू पहले ही घोषणा कर चुकी है कि मुआवजा न मिलने के विरोध में सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशी को गांवों में नहीं घुसने दिया जाएगा। बुधवार को भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने धरना स्थल पर भाजपा प्रत्याशी की सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक बाइट पत्रकारों को दिखाई।
इस बाइट में भाजपा प्रत्याशी यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि धरने के नाम पर सड़कों पर ऐसे-ऐसे लोग बैठ जाते हैं जिन्हें यह तक पता नहीं होता कि फसल किस प्रकार उगती है, कब कौन-सी फसल बोई जाती है भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने इस टिप्पणी को अन्नदाता के खुले अपमान की संज्ञा दी।
सत्यवान नरवाल ने कहा कि भाजपा प्रत्याशी की टिप्पणी से साफ हो गया है कि वह और उनकी पार्टी की किसानों को ले कर सोच कितनी शोचनीय है।
उन्होंने भाजपा प्रत्याशी ने अपने शब्द वापस लेने और बिना शर्त किसानों से तुरंत माफी मांगने की मांग की।
धरने पर पाले राम, राम किशन, रमेश, कर्मबीर, जोगेंद्र, सतीश, बिजेंद्र, राजू, धर्मेंद्र, सूरजभान, सत्यनारायण, आजाद मोर आदि बैठे।