हिसार : खेड़ी चौपटा से खनौरी बॉर्डर पर कूच करने पर पुलिस और किसानों में मुठभेड़, दो डीएसपी सहित सैंकड़ों पुलिस कर्मी और किसान घायल
पुलिस की गाड़ी और किसानों के ट्रेक्टर भी हुए क्षतिग्रस्त
हिसार, 23 फरवरी (हि.स.)। निकटवर्ती गांव खेड़ी चौपटा के पास किसानों व पुलिस के बीच टकराव हो गया। किसान खेड़ी चौपटा से खनौरी बॉर्डर की तरफ कूच करने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो टकराव हुआ।
किसानों ने शुक्रवार को खेड़ी चौपटा के मोर्चे से खनोरी बॉर्डर जाने का ऐलान किया हुआ था। इसको लेकर पुलिस प्रशासन ने पहले ही सभी रास्तों को बैरिकेट्स लगाकर बंद कर दिया था। किसान जाने लगे तो पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई, जिसमें दो डीएसपी, एसएचओ नारनौंद, खेड़ी चौकी प्रभारी समेत दर्जनों पुलिसकर्मियों सहित दर्जनों किसान भी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अलग—अलग अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े। पुलिस अधीक्षक मकसूद अहमद ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
पिछले छह दिनों से किसान खेड़ी चौपटा पर पक्का मोर्चा लगाकर धरना दे रहे थे। किसानों ने ऐलान किया था कि वे शुक्रवार को दो बजे खनौरी बॉर्डर के लिए कूच कर देंगे। किसानों के ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हुए थे। भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और सभी रास्तों पर बैरिकेट्स लगाकर बंद कर दिया गया। किसान धरने से खनोरी बॉर्डर की तरफ कूच करने लगे तो जींद बरवाला मार्ग पर ही पुलिस ने उनको रोकना चाहा जब किसान नहीं रुके तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। इस पर किसानों ने भी पुलिस पर पत्थर फैंकने शुरू कर दिए।
इस मुठभेड़ में डीएसपी रविंद्र सांगवान, डीएसपी राजसिंह लालका, थाना प्रभारी चंद्रभान समेत दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए वहीं दूसरी ओर बयानाखेड़ा के किसान संदीप सहित अन्य किसानों को भी काफी छोटे आई हैं। सभी घायलों को अलग-अलग हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। स्थिति बेकाबू होते देखकर पुलिस ने किसानों को खरीदने के लिए आंसू गैस के गोले चलाए तो किसान सड़क मार्ग से वापस धरनास्थल स्थल पर जमा हो गए।