दूल्हा बनकर पहुंचा बुजर्ग रिवाड़ी के D C ऑफिस, बुजुर्ग ने कहा कि या तो मेरा परिवार पहचान पत्र (PPP) बनवा दो या फिर मेरी शादी करा दो।
सरकार का कहना है कि अकेले इंसान का परिवार पहचान पत्र नहीं बनाया जाएगा। पीड़ित ने ईमेल से भेजे पत्र के माध्यम से परिवार पहचान पत्र, पेंशन बनाने व अन्य सरकारी स्कीमों को दिलवाने का आग्रह किया।
सिर पर दूल्हे का सेहरा और हाथ में शिकायत पत्र। बुधवार की दोपहर बाद एक 71 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति को रेवाड़ी के DC ऑफिस के बाहर खड़ा देख हर कोई देखता ही रह गया। शिकायत लेकर जब बुजुर्ग डीसी दफ्तर में घुसा तो डीसी भी देखते ही रह गए।
साथ ही उसने अजीब सी डिमांड भी कर दी। बुजुर्ग ने कहा कि या तो मेरा परिवार पहचान पत्र (PPP) बनवा दो या फिर मेरी शादी करा दो।
पेंशन तक नहीं बन रही
दरअसल, मामला यह है कि रेवाड़ी शहर से सटे नया गांव निवासी 71 वर्षीय सतबीर का परिवार में उसके अलावा कोई नहीं है। वह अकेले ही रहते हैं, जिस कारण उसका परिवार पहचान पत्र नहीं बन पाया। चूंकि अकेले शख्स की फैमिली आईडी बनवाने का कोई ऑप्शन ही नहीं है। जिसके बगैर न तो उसकी बुढ़ापा पेंशन बन रही है और न ही उसके मकान की मरम्मत के लिए कोई अनुदान मिल पा रहा है।
सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान
सभी सरकारी दफ्तरों में चक्कर लगाने के बाद सतबीर मदद के लिए जिला न्यायालय में एडवोकेट कैलाश के पास पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई। बुजुर्ग की समस्या देख एडवोकेट कैलाश चंद ने हरियाणा सरकार के सचिव, सिटीजन रिसोर्स इन्फॉर्मेशन विभाग, डायरेक्टर सोशल वेलफेयर विभाग, डीसी, एडीसी व समाज कल्याण विभाग को पत्र भेजकर मांग करते हुए बताया कि सतबीर की पत्नी का स्वर्गवास 6 वर्ष पहले हो गया है।
आईडी नहीं तो ब्याह ही करा दो
अब वह अकेला है, परिवार में ओर कोई भी सदस्य नहीं है। सरकार का कहना है कि अकेले इंसान का परिवार पहचान पत्र नहीं बनाया जाएगा। पीड़ित ने ईमेल से भेजे पत्र के माध्यम से परिवार पहचान पत्र, पेंशन बनाने व अन्य सरकारी स्कीमों को दिलवाने का आग्रह किया। इसके साथ ही बुधवार को जिला सचिवालय पहुंचकर डीसी मोहम्मद इमरान रजा से भी मुलाकात की।
डीसी ने दिया समाधान का आश्वासन
सतबीर ने अधिकारियों को कहा कि साहब या तो मेरी फैमिली आईडी बना दो या फिर मेरा दूसरा ब्याह करा दो, जिससे मेरी परेशानी दूर हो सके। डीसी ने जल्द उनकी समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया है।