आम आदमी पार्टी ने कहा केन्द्र के अध्यादेश के खिलाफ अगर कांग्रेस ने हमारा समर्थन नहीं किया तो हम विपक्षी दलों की मीटिंग में नहीं आएगे
नीतीश कुमार के साथ एमके स्टालिन, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल समेत 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और 5 पूर्व मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
पटना में शुक्रवार को विपक्षी एकता बैठक होनी है। इससे पहले AAP के अल्टीमेटम ने अरविंद केजरीवाल के आने पर संशय खड़ा कर दिया है। AAP ने केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस को साथ देने के लिए कहा है। पार्टी ने कहा कि अगर कांग्रेस हमारा साथ नहीं देती है तो हम विपक्ष की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे।
बुधवार को भी अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार समेत सभी पार्टियों को चिट्ठी लिखकर कहा था- मीटिंग में सबसे पहले केंद्र के अध्यादेश पर चर्चा होनी चाहिए। दिल्ली का अध्यादेश एक प्रयोग है, यह सफल हुआ तो केंद्र सरकार गैर भाजपा राज्यों के लिए ऐसे ही अध्यादेश लाकर राज्य सरकारों का अधिकार छीन लेगी।
आम आदमी पार्टी के बयान पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा- हमें पहले से पता था कि केजरीवाल मीटिंग में न आने का बहाना ढूंढ रहे हैं। आपको ऊपर से आदेश मिले होंगे। बैठक में आप जाएं या न जाएं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। कोई भी आपको मिस नहीं करेगा।
कल बिहार के मुख्यमंत्री आवास पर होगी बैठक
भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता की बैठक शुक्रवार को पटना में मुख्यमंत्री आवास में होगी। इसमें शामिल होने के लिए गैर भाजपा दलों के नेता आज से जुटना शुरू हो गए हैं। इसमें नीतीश कुमार के साथ एमके स्टालिन, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल समेत 6 राज्यों के मुख्यमंत्री और 5 पूर्व मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय हो सकता है। बातचीत का मुख्य एजेंडा यह हो सकता है कि भाजपा और उसके सहयोगियों के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का एक ही उम्मीदवार खड़ा किया जाए। भाजपा हराओ का प्रस्ताव पारित हो सकता है।
ये नेता पटना पहुंच गए
PDP सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती गुरुवार सुबह और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शाम 4.20 बजे पर पटना पहुंची। शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर, मंत्री लेसी सिंह, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, उनको एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे थे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, भाकपा महासचिव डी.राजा तथा भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य के आज ही आने की संभावना है। ये सभी राजकीय अतिथिशाला में रुकेंगे।
पटना आने के बाद ममता बनर्जी ने राबड़ी आवास पहुंची। राबड़ी देवी ने बूके देकर उनका स्वागत किया। उन्होंने लालू प्रसाद का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मुलाकात के बाद ममता ने कहा- मुझे बिहार में आकर बहुत अच्छा लगता है। हम लालू जी की बहुत इज्जत करते हैं। उनसे मिलकर मुझे बहुत अच्छा लगा। लालू जी देश के काफी सीनियर लीडर हैं। वे बहुत दिन जेल में थे। उनकी तबियत ठीक नहीं थी। उनसे से बात कर लगा कि लालू जी अभी भी बहुत तगड़े हैं और बीजेपी के खिलाफ लड़ सकते हैं।
ममता ने लालू यादव से जुड़े एक वाकया को याद करते हुए बताया- एक दिन लालू जी संसद में भाषण थे रहे थे। हम भी एमपी थे, तब प्याज-आलू का भाव बढ़ गया। लालू जी बोल रहे थे, तब हमने कहा राबड़ी जी का भाव क्या है? लालू जी ने कहा कि सबसे ज्यादा भाव है राबड़ी जी का। बैठक के बारे में ममता बनर्जी ने कहा कि हम लोग इकट्ठा लगेंगे। वन इज टू वन लड़ेंगे।
ममता बनर्जी ने कहा कि हमलोग केलेक्टिव फैमिली की तरह लडे़ंगे। अभी हम कुछ नहीं कह सकते हैं। मीटिंग में जो नीति तैयार होगा वह सब के लिए होगा। बाकी सवालों पर कहा कल मीटिंग में बात करेंगे। 23 जून की मीटिंग में शामिल होने के बाद ममता शाम 4 बजे कोलकाता के लिए रवाना हो जाएंगी।
खड़गे, राहुल, शरद, हेमंत कल पहुंचेंगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, NCP के मुखिया शरद पवार, सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रधान फारूक अब्दुल्ला, शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी आदि 23 जून को आएंगे। जदयू व राजद के नेता मेजबान की भूमिका में होंगे।
राहुल गांधी सदाकत आश्रम जाएंगे
कांग्रेस प्रेसिडेंट मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी शुक्रवार को पटना पहुंचेंगे। जानकारी के मुताबिक, पटना पहुंचने के बाद दोनों सदाकत आश्रम जाएंगे। वहां वे भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का लोकार्पण करेंगे। इसके बाद विपक्षी दलों की मीटिंग में शामिल होंगे।
बैठक से पहले नीतीश का साथ छोड़ चुके हैं मांझी
विपक्षी मीटिंग से 10 दिन पहले हम पार्टी के संरक्षक जीतनराम मांझी महागठबंधन से अलग हो चुके हैं। 13 जून को उनके बेटे डॉ. संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था।
21 जून को दिल्ली में जीतन राम मांझी ने देश के गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। फिर एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर दी।
बैठक के बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी
बता दें कि पटना के मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में विपक्षी एकता की बैठक होगी। यहां खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है। इसमें बिहारी व्यंजनों को भी परोसने की व्यवस्था की गई है।
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। सूत्रों के मुताबिक, बैठक के बाद जदयू कार्यालय में विपक्षी दलों के कई नेता CM नीतीश के साथ जा सकते हैं।
मायावती बोलीं- दिल मिले या न मिले, हाथ मिलाते रहिए
विपक्षी एकता को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने कहा, अब लोकसभा आम चुनाव के पूर्व विपक्षी पार्टियां, जिन मुद्दों को मिलकर उठा रही हैं।
ऐसे में नीतीश कुमार द्वारा कल विपक्षी नेताओं की पटना बैठक ’दिल मिले न मिले हाथ मिलाते रहिए’ की कहावत को ज्यादा चरितार्थ करता है।