हरियाणा में आठ लाख एकड़ में बोए बाजरे का सरकारी डाटा से मिलान नहीं, सभी डीसी को जाँच के आदेश
प्रदेश के तीन लाख 80 हजार 121 किसानों ने 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल पर 17 लाख एकड़ में बाजरे का उत्पादन करने की जानकारी दी है। कृषि विभाग ने स्वयं, पटवारियों ने गिरदावरी व हरसेक ने उपग्रह के जरिए इसका मिलान किया तो तीनों के सर्वे में आठ लाख एकड़ यानी 45 फीसद उत्पादन कम मिला।
दरअसल, प्रदेश के तीन लाख 80 हजार 121 किसानों ने ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर 17 लाख एकड़ में बाजरे का उत्पादन करने की जानकारी दी है। कृषि विभाग ने स्वयं, पटवारियों ने गिरदावरी व हरसेक ने उपग्रह के जरिए इसका मिलान किया तो तीनों के सर्वे में आठ लाख एकड़ यानी 45 फीसद उत्पादन कम मिला। विभाग के अनुसार, या तो डाटा में गड़बड़ी है या फिर किसानों ने ऐसी भूमि में भी बाजरे के उत्पादन का दावा किया है, जहां बाजरा लगाया ही नहीं गया।
इसी कारण, विभाग ने सभी डीसी को पोर्टल पर दिए गए डाटा व एजेंसियों के सर्वे की रिपोर्ट भेजी है ताकि सही से मिलान हो सके। डीसी खुद तीन गांवों का, एडीसी, सीटीएम, डीआरओ व एसडीएम पांच-पांच गांवों का आकलन करेंगे। शेष गांवों में तहसीलदार व नायब तहसीलदार को अपने-अपने क्षेत्र में सत्यापन करने को कहा गया है।
आठ लाख एकड़ में बाजरे की फसल का सत्यापन हो गया है, जिसकी तुरंत खरीद की जा सकती है। एक लाख में सत्यापन का काम जारी है। जिस क्षेत्र का मिलान नहीं हुआ है, उस क्षेत्र के सत्यापन के लिए सभी डीसी को भेज दिया है। -नरहरि सिंह बांगड़, निदेशक, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।
पांच मंडियों में बाजरे की खरीद आज से शुरू
हरियाणा सरकार ने 23 सितंबर से बाजरे की खरीद आरंभ करने का निर्णय लिया है। हैफेड शनिवार से रेवाड़ी, कनीना, भिवानी, कोसली और चरखी दादरी मंडियों में बाजरे की व्यवसायिक खरीद करेगा। एफएक्यू गुणवत्ता वाले बाजरे की खरीद मार्केट रेट पर राज्य के उन किसानों से की जाएगी, जो मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत और सत्यापित हैं। मार्केट रेट और न्यूनतम समर्थन मूल्य 2500 रुपये (एमएसपी) के अंतर का भुगतान भावांतर भरपाई योजना के तहत होगा।



