पानीपत :-पानीपत थाना तहसील कैंप पुलिस ने सरकारी नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र देकर दंपती से 11 लाख रुपए की ठगी करने के आरोपी की निशानदेही पर साइबर कैफे संचालक को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी मयंक को पुलिस रविवार को तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लिया था। पुलिस ने तीन फर्जी नियुक्ति पत्र, एक मॉनिटर, एक प्रिंटर, एक सीपीयू, एक मोबाइल व पीड़ित की कार बरामद कर ली है। उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार ने बताया कि इस मामले में पीड़िता नेहा ने केस दर्ज कराया था।
उन्होंने बताया था कि वर्ष 2022 में फरीदाबाद के पैरिस नागर ने उन्हें दिल्ली के ककरोला निवासी मयंक मल्होत्रा मिलवाया था। पैरिस ने बताया था कि मयंक की उच्च अधिकारियों के साथ पहचान है। जून 2022 में मयंक ने दोनों की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया। आरोपी ने उनसे 11 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिया। इसके कुछ दिन बाद मयंक ने मोहित पांडेय, आकाश, अजीत, आदिल व जुनैद से मिलवाया। उसने कहा था कि वह दिल्ली पीडब्लयूडी व इनकम टैक्स विभाग में नौकरी लगवा देंगे।
इसके कुछ दिन बाद आरोपियों ने ज्वानिंग लेटर व आईडी कार्ड डाक से घर भेज दिया। वह ज्वॉइनिंग लेटर लेकर उक्त विभाग में पहुंचे तो ठगी की जानकारी हुई। डीएसपी ने बताया कि आरोपी को रविवार को तीन दिन की रिमांड पर ले लिया था। उसकी निशानदेही पर दिल्ली के उत्तम नगर से जुनैद अहमद को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में जुनैद अहमद ने कबूला कि वह सरकारी नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करता था। वह दिल्ली के मोहन गार्डन में साइबर कैफे चलाता है। मयंक को रिमांड पूरी होने पर मंगलवार को जेल भेज दिया है। जुनैद को बुधवार को जेल भेजा जाएगा।