एमएसएमई-विकास कार्यालय करनाल द्वारा जीवीएम गल्र्स कॉलेज में किया गया प्रधानमंत्री विश्वकर्मा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

सोनीपत, 12 दिसंबर। कौशल आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देना, युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की विशेषताओं के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से शुक्रवार को जीवीएम गल्र्स कॉलेज में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत एमएसएमई-विकास कार्यालय करनाल द्वारा किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बतौर मुख्यातिथि ऊर्जा मंत्रालय से उप-महाप्रबंधन संजीव रंजन ने ऊर्जा दक्षता, एमएसएमई क्षेत्र में तकनीकी उन्नति तथा नवाचार आधारित उद्यमिता पर प्रेरणादायक विचार व्यक्त किए। उन्होंने माईगेट ऐप का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे एक सरल नवाचार समाज की समस्याओं का समाधान बन सकता है। उन्होंने युवाओं को स्टार्टअप संस्कृति अपनाने और अपने विचारों को व्यवसाय में बदलने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस दौरान सहायक निदेशक मीतू सरोवा ने उपस्थित लोगों को एमएसएमई क्षेत्र में कौशल उन्नयन, तकनीकी विकास तथा सरकारी योजनाओं की उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी। इसके बाद सहायक निदेशक मीनू धीमान ने पीएम विश्वकर्मा योजना विभिन्न पहलुओं जैसे पात्रता, प्रशिक्षण, टूलकिट इंसेंटिव, ऋण सुविधा, तकनीकी सहयोग तथा ट्रेडमार्क पंजीकरण की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने ट्रेडमार्क के महत्व को समझाते हुए बताया कि जैसे एम मैकडोनाल्ड की पहचान है, उसी प्रकार प्रत्येक उद्यम का ट्रेडमार्क उसकी विशिष्ट पहचान और विश्वसनीयता का आधार होता है।
तकनीकी सत्र में जिला एमएसएमई केंद्र करनाल की आईईओ पूजा ने राज्य सरकार की एमएसएमई योजनाओं, उद्यमिता विकास तथा उपलब्ध सेवाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां सांझा की। इसके बाद बैंकिंग सत्र में एमडीएम रवि कांत ने ऋण प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज, ब्याज सब्सिडी और बैंकिंग सहायता के बारे में उपयोगी जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों को सलाह देते हुए कहा कि आर्थिक सुरक्षा हेतु उचित बीमा पॉलिसी अवश्य लें तथा किसी भी ऋण संबंधी सहायता के लिए वे सदैव उपलब्ध रहेंगे।
डिजिटल मार्केटिंग सत्र में डिजिटल द्रोणाचार्य निदेशक गौरी कपूर डिजिटल उपस्थिति बढ़ाने, व्यवसाय को ऑनलाइन प्लेटफार्म से जोडऩे, ब्रांड नाम एवं लेबलिंग-पैकेजिंग की अनिवार्यता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि आज के समय में डिजिटल पहचान ही व्यवसाय की प्रगति का प्रमुख आधार है। इसके पश्चात जीएम गल्र्स कॉलेज की प्रिंसिपल मंजुला स्पाह ने प्रतिभागियों को कौशल विकास, उद्यमिता अपनाने तथा सरकारी योजनाओं से लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया। इस मौके पर जीएम गल्र्स कॉलेज से प्रवीन शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।



