प्रतिभा को निखारने का मंच हैं बाल-महोत्सव -नगराधीश डॉ० अनमोल
-बाल महोत्सव के तीसरे दिन 410 बच्चों ने दिखाई अपनी प्रतिभा, नगराधीश ने विजेता बच्चों को बधाई देते हुए जीवन में आगे बढऩे के लिए किया प्रेरित

 
  
  
 
सोनीपत,(अनिल जिंदल) 29 अक्टूबर। उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुशील सारवान के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित बाल महोत्सव 2025 के तीसरे दिन की प्रतियोगिताओं का शुभारंभ बतौर मुख्यातिथि नगराधीश डॉ० अनमोल ने किया। उन्होंने कहा कि बाल कल्याण परिषद द्वारा बच्चों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें सृजनात्मक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से अनेक सांस्कृतिक एवं रचनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चें इनमें भाग लेकर शिक्षा के साथ अपने कौशल को भी बढ़ावा दे सकें।
नगराधीश ने कहा कि हर बच्चे के भीतर कोई न कोई विशेष प्रतिभा छिपी होती है, जिसे सामने लाने के लिए बाल-महोत्सव जैसे मंच अत्यंत आवश्यक हैं। जिला बाल कल्याण परिषद इस दिशा में प्रशंसनीय भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल बच्चों में आत्मविश्वास और प्रतिस्पर्धात्मक भावना का विकास करते हैं बल्कि उनमें टीम भावना, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक जागरूकता भी उत्पन्न करते हैं।
डॉ. अनमोल ने जिला बाल कल्याण अधिकारी आरती के नेतृत्व में हो रहे कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि परिषद द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु किए जा रहे प्रयास प्रेरणादायक हैं। उन्होंने कहा कि बाल महोत्सव जैसे आयोजन बच्चों में उज्जवल भविष्य की नींव रखते हैं और उन्हें जीवन में नई दिशा प्रदान करते हैं। कार्यक्रम अंत में नगराधीश ने सभी विजेता प्रतिभागी बच्चों को बधाई देते हुए बाल महोत्सव जैसे आयोजनों में निरंतर भाग लेने का आह्वान किया।
तीन दिन आयोजित प्रतियोगिताओं में लगभग 410 विद्यार्थियों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन प्रतियोगिताओं में समूह नृत्य, एकल गान, देशभक्ति समूह गायन, एकल नृत्य, थाली पूजन, कलश सजावट तथा फन गेम्स (लडक़े एवं लड़कियाँ) जैसी प्रतियोगिताएं शामिल थीं। बच्चों ने अत्यंत उत्साह और जोश के साथ अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान बाल भवन परिसर उत्साह, उमंग और रचनात्मक ऊर्जा से सराबोर रहा। बड़ी संख्या में विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों एवं बाल कल्याण परिषद के अधिकारियों-कर्मचारियों ने कार्यक्रम में सहभागिता की।
इस दौरान निर्णायक मंडल में डॉ. संतोष राठी, पूनम खासा, शैलजा, रीचा, मोनिका, शिवाली, सुनीता, रविंद्र एवं राहुल शामिल रहे, जिन्होंने बच्चों के प्रदर्शन का निष्पक्ष मूल्यांकन किया। कार्यक्रम का मंच संचालन एपीसी अतर सिंह द्वारा अत्यंत कुशलता एवं प्रभावशाली ढंग से किया गया।
 
				 
					 
					 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													 
							
													


