शहरी विकास के सलाहकार डीएस ढेसी ने सोनीपत महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की
शहर में इंट्रीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सैंटर स्थापित करने की प्रक्रिया को जल्द आगे बढ़ाए एसएमडीए : डीएस ढेसी
– निर्देश देते हुए कहा कि जिला की किसी भी ड्रेन से एक बूंद भी बगैर शोधित पानी यमुना में न जाए
-सुभाष स्टेडियम व सेक्टर-04 खेल परिसर को विकसित करने की प्रक्रिया भी तेज करने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए
सोनीपत, 20 मई। शहरी विकास के सलाहकार डीएस ढेसी ने कहा कि हमें सोनीपत शहर में एक विकसित शहर की अवधारणा के तहत शहरी सेवाओं की निगरानी, समन्वय और प्रबंधन करना है। जिसमें शहर के संसाधनों का कुशल उपयोग कर नागरिकों को सुरक्षित, सुविधाजनक और पारदर्शी सेवाएं प्रदान करना है। इसके लिए शहर में एक इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) स्थापित किया जाएगा। श्री ढेसी मंगलवार को लघु सचिवालय में सोनीपत शहरी विकास प्राधिकरण की मीटिंग में अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे थे।
मीटिंग में उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से जानकारी ली कि यह इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर कहां स्थापित किया जा सकता है। इस पर नगर निगम आयुञ्चत हर्षित कुमार ने बताया कि इसके लिए नगर निगम के नए बनाए जा रहे कार्यालय में जगह निर्धारित है। इस पर श्री ढेसी ने एसएमडीए के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यहां पर जल्द से जल्द इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सैंटर स्थापित करने के लिए प्रक्रिया शुरू की जाए।
क्या है इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
1. ट्रैफिक और यातायात प्रबंधन
सीसीटीवी कैमरों और एएनपीआर (आटेमेटिक नंबर प्लेट सिकोगनाईजेशन सिस्टम) सिस्टम की मदद से सडक़ यातायात पर निगरानी।
-ट्रैफिक नियम उल्लंघनों की पहचान और ई.चालान जारी करना।
-रीयल.टाइम ट्रैफिक डेटा के आधार पर सिग्नल सिंक्रोनाइजेशन और भीड़ नियंत्रण।
2. कानून व्यवस्था और सुरक्षा निगरानी
-सार्वजनिक स्थानों व प्रमुख चौराहों व बाजारों में कैमरों की मदद से निगरानी।
-पुलिस और आपातकालीन सेवाओं को त्वरित अलर्ट व सहयोग देना।
– महिला सुरक्षा के लिए विशेष निगरानी (जैसे पैनिक बटन, सार्वजनिक स्थानों पर विशेष कैमरे)।
3. ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (स्वच्छता)
-कूड़ा उठाने वाले वाहनों की जीपीएस ट्रैकिंग।
– सफाई के कार्यों की रीयल.टाइम निगरानी और रिपोर्टिंग।
-शिकायत निवारण तंत्र के साथ जुड़ाव।
4. जल आपूर्ति और सीवरेज प्रबंधन
-जल वितरण की निगरानीए लीकेज की पहचान और रीयल.टाइम समाधान।
-सीवरेज लाइन और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की निगरानी।
5. स्ट्रीट लाइट्स और ऊर्जा प्रबंधन
-स्मार्ट स्ट्रीट लाइटों का नियंत्रण और मरम्मत की सूचना।
-बिजली की खपत का विश्लेषण और अनावश्यक खर्च में कमी।
6. आपदा प्रबंधन और त्वरित प्रतिक्रिया
– आग, बाढ़, गैस लीक दुर्घटना जैसी आपात स्थितियों में त्वरित सूचना और समन्वित कार्यवाही।
-पुलिस, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस से समन्वय।
7. नागरिक शिकायत प्रणाली और संवाद
-नागरिकों से आने वाली शिकायतों व प्रस्तावों की डिजिटल ट्रैकिंग।
– सभी विभागों के बीच आपसी समन्वय से समाधान।
8.डेटा संग्रह और विश्लेषण
– शहर से संबंधित सभी डिजिटल डाटा का एकत्रीकरण और विश्लेषण।
– स्मार्ट निर्णय लेने में सहायता।
शहर से एक बूंद भी बगैर शोधित पानी यमुना में न जाए
मीटिंग में श्री डीएस ढेसी ने विभिन्न एजेंडा पर चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि यमुना की सफाई को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है। ऐसे में शहर से निकलने वाला सीवरेज का एक बूंद भी पानी बगैर शोधित हुए यमुना में नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी ड्रेनों में रास्ते में संग्रहण प्वाइंट बनाएं। इसके साथ ही राठधना एसटीपी की क्षमता बढ़ाने और अटेरना एसटीपी को किसी भी हालत में शुरू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसएमडीए के अधिकारियों ने बताया कि कुंडली शहर में सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट व सीवरेज लाईन के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
सेक्टर-04 खेल परिसर के साथ-साथ सुभाष स्टेडियम के विकास का प्रस्ताव भी तैयार करें
मीटिंग में श्री डीएस ढेसी ने निर्देश दिए कि सेक्टर-04 में खेल परिसर को एसएमडीए विकसित करेगा। उन्होंने कहा कि इसको लेकर प्रक्रिया चल रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि शहर के बीच में स्थित सुभाष स्टेडियम में भी बड़ी संख्या में खिलाड़ी आते हैं। इसलिए इस स्टेडियम को भी एसएमडीए विकसित करे और दोनों खेल परिसरों का प्रस्ताव एक साथ तैयार करें।
जिला में अव्यवस्थित औद्योगिक क्षेत्रों की सूची तैयार करने के निर्देश, सरकार को भेजेंगे प्रस्ताव
मीटिंग में उन्होंने कहा कि जिला में नाथुपुर औद्योगिक क्षेत्र में 400 से अधिक औद्योगिक ईकाईयां हैं। इन इकाईयों में न तो मास्टर रोड है और न ही मास्टर सीवरेज लाईन। पेयजल की भी कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में जिला में सभी इकाईयों का डेटा तैयार करें ताकि इस संबंध में प्रस्तार तैयार कर सरकार को भेजा जा सके। उन्होंने कहा कि शहर में विकास को लेकर एसएमडीए विभिन्न बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहा है। मीटिंग में उन्होंने कुंडली स्थित टीडीआई सिटी में अधूरी पड़ी सडक़ों के कार्यों को पूरा करने के लिए ईओ एचएसवीपी व डीटीपी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें डेवलेपर को भी शामिल करें।
मीटिंग में एसएमडीए की सीईओ ए मोना श्रीनिवासन, डीसी डा. मनोज कुमार, नगर निगम के कमिशनर हर्षित कुमार, एसएमडीए की डिप्टी सीईओ वीना हुड्डा, एसीयूटी गौरव, सीईओ जिला परिषद अभय सिंह जांगड़ा, एसीपी जीत सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।