राज्य व केंद्रीय योजना के तहत टीबी और एचआईवी पर एसजीटी यूनिवर्सिटी मे जागरूकता कार्यक्रम
गुरुग्राम। देश की प्रतिष्ठित एसजीटी यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ इंडियन मेडिकल सिस्टम (आयुर्वेद) के साथ डिपार्टमेंट ऑफ आयुष, हरियाणा सरकार, और नेशनल ट्यूबरक्लोसिस एलिमिनेशन प्रोग्राम (एनटीईपी), केंद्र सरकार के सहयोग से टीबी और एचआईवी से रोकथाम के लिये जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सिविल सर्जन डॉ. अलका सिंह, उप-सिविल सर्जन और डिस्ट्रिक्ट टीबी अफसर डॉ. केशव और उनकी टीम और गुरुग्राम की जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. मंजू बांगड़ मौजूद रहीं। उन्होंने टीबी और एचआईवी की रोकथाम, निदान और उपचार रणनीतियों के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए व्याख्यान दिए।
एसजीटी यूनिवर्सिटी के सलाहकार डॉ. श्यामलाल सिंघला, डीन एफएमएचएस डॉ. संजय और नोडल अधिकारी एसजीटी यूनिवर्सिटी डॉ. अमित एवं डीन, फैकल्टी ऑफ़ इंडियन मेडिकल सिस्टम (आयुर्वेद), प्रो. डॉ. अनिल शर्मा की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और समृद्ध किया।
इस पहल का उद्देश्य गुरुग्राम जिले के 80 से अधिक आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, एसजीटी विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों और समुदाय को टीबी और एचआईवी से निपटने में प्रारंभिक पहचान और सहयोगी प्रयासों के महत्व के बारे में जागरूक किया । इस कार्यक्रम के संयोजक और सह-संयोजक प्रोफेसर डॉ. भारत वत्स, और डॉ. प्रवीन यादव, एसोसिएट प्रोफेसर रहे।