गांव में खेल व शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरपंच करें प्रयास, जिला प्रशासन करेगा पूर्ण सहयोग : उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार
पंचायत की जमीन का करें सदुपयोग, अवैध कब्जा तुरंत हटाएं
उपायुक्त ने सरपंचों संग बैठक में दिए महत्वपूर्ण सुझाव
सोनीपत, 14 मई। उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि सरपंच अपने-अपने गांव में खेल और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ठोस पहल करें। जिला प्रशासन उनके इन प्रयासों में हर संभव सहयोग प्रदान करेगा। उन्होंने सरपंचों से आह्वान किया कि वे ऐसी प्रेरणादायक शुरुआत करें, जो अन्य गांवों के लिए मिसाल बन सके।
उपायुक्त बुधवार को लघु सचिवालय में आयोजित सरपंचों की बैठक में उन्हें संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांवों में खेल एवं शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्थायी आधारभूत ढांचा तैयार करें। सरपंच इंडोर/ आउटडोर स्टेडियम व पुस्तकालय का निर्माण करवाएं ताकि गांव के युवा खिलाड़ी और अधिकारी बनकर उभरें।
एफडी का करें सकारात्मक उपयोग :- डॉ. मनोज ने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों के पास एफडी (नियत निधि) है, वे इस धन का उपयोग स्टेडियम निर्माण जैसे विकासात्मक कार्यों में करें। इससे युवाओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और निधियों का सही उपयोग सुनिश्चित होगा।
पंचायती जमीन पर न हो अवैध कब्जा :- उन्होंने कहा कि पंचायती भूमि गांव की अमूल्य धरोहर है। सरपंच सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति इस पर अवैध कब्जा न करे। यदि कहीं कब्जा है, तो उसे तुरंत हटवाकर जमीन की नीलामी से प्राप्त धन को गांव के विकास में लगाया जाए।
हर गांव में महिला चौपाल अनिवार्य :- उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक गांव में महिला चौपाल अवश्य होनी चाहिए, जिससे महिलाएं सुरक्षित वातावरण में सामाजिक गतिविधियों में भाग ले सकें। महिला सरपंच इस दिशा में पहल करें और महिला जिम, प्रशिक्षण केंद्र आदि की स्थापना करवाएं।
तालाबों के सौंदर्यकरण पर जोर :- तालाबों की सफाई कर उनके चारों ओर वॉकिंग ट्रैक, लाइट व बेंच लगवाएं ताकि ग्रामीण वहां घूमने जा सकें। तालाबों पर अवैध कब्जा या गंदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गरीबों को प्लॉट दिलवाने में पंचायत करें सहयोग :- जिन गरीब परिवारों को अब तक 100-100 गज के प्लॉट नहीं मिले हैं, उनके लिए प्रस्ताव बनाकर प्रशासन को भेजें, ताकि उन्हें योजना का लाभ मिल सके।
पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ लगवाएं :- यदि कोई पंचायत वन विभाग को पेड़ लगाने के लिए भूमि उपलब्ध कराती है, तो वहां फलदार पौधे लगाए जाएंगे और देखरेख के बाद आमदनी पंचायत को प्राप्त होगी।
पेमाईश कार्य 15 दिन में पूर्ण करें :- समाधान शिविरों में आ रही शिकायतों के समाधान हेतु सरपंच 15 दिनों के भीतर सभी लंबित भूमि पेमाईश के कार्य पूरे करवाएं। इसके लिए बीडीपीओ को आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस गौरव, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी जितेंद्र कुमार, सभी बीडीपीओ तथा विभिन्न गांवों के सरपंच उपस्थित रहे।