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हरियाणा में M3M ग्रुप पर ED का शिकंजा ; 3 डायरेक्टरों से फिर करेगी पूछताछ ; पंचकूला कोर्ट से मांगी परमिशन, PMLA के तहत जाँच

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हरियाणा के पंचकूला में विशेष न्यायाधीश के समक्ष 2 आवेदन दायर किए हैं। जिसमें रियल एस्टेट कंपनी M3M के 3 डायरेक्टरों से पूछताछ करने की अनुमति मांगी है। ये तीनों इस वक्त मनी लॉन्ड्रिंग केस में अंबाला सेंट्रल जेल में बंद हैं।

ED का गुड़गांव जोनल कार्यालय इन तीन निदेशकों और प्रमोटरों रूप कुमार बंसल, बसंत बंसल और पंकज बंसल के अलावा एक अन्य रियल एस्टेट फर्म IREO ग्रुप के मालिक ललित गोयल के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत एक मामले की जांच कर रहा है।

ED के आवेदनों में क्या?
विशेष न्यायाधीश के समक्ष अपने पहले आवेदन में, ED ने CBI-ED के पूर्व जज को लाभ के लिए कथित तौर पर रिश्वत देने संबंधित मामले में तीन निदेशकों में से रूप कुमार बंसल से पूछताछ करने की परमिशन मांगी है।

दूसरे आवेदन में अन्य 2 डायरेक्टर बसंत बंसल और पंकज बंसल से कथित धोखाधड़ी और जमीन, भूखंड, फ्लैट की खरीद के बदले अपने ग्राहकों और निवेशकों को धोखा देने के मामले में पूछताछ करने का अनुरोध किया गया है।

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अब की जांच में ये हो चुका खुलासा
ईडी ने आरोप लगाया है कि पीएमएलए के तहत जांच से पता चला है कि IREO ग्रुप ऑफ कंपनीज, उनके निदेशक और प्रमुख प्रबंधकीय कर्मी जमीन, भूखंड, फ्लैट आदि की खरीद के खिलाफ अपने ग्राहकों और निवेशकों को धोखा देने और धोखा देने की आपराधिक गतिविधि में शामिल थे। इसमें आगे आरोप लगाया गया है कि जांच में निवेशकों के धन के हेरफेर, खरीदारों के पैसे को निकालने के लिए खातों की किताबों में हेराफेरी करने का भी खुलासा हुआ है।

404 करोड़ रुपए का है घपला
इस मामले में जांच से पता चला कि IREO समूह ने एम3एम समूह की कंपनियों के माध्यम से लगभग 404 करोड़ रुपए का फंड डायवर्ट किया है, जिसमें बसंत बंसल और पंकज बंसल सहित अन्य व्यक्ति निदेशक थे। इसमें कहा गया है कि 404 करोड़ रुपए का लेन-देन शेल कंपनियों के माध्यम से किया गया था, जिनके स्वतंत्र कंपनियां होने का दावा किया गया था, लेकिन जांच के दौरान वे सभी एम3एम समूह से जुड़ी/संबंधित कंपनियां पाई गईं।

शेल कंपनियों के जरिए हुआ खेल

ED की जांच से पता चला है कि लेनदेन का कथित कारण भूमि के विकास अधिकारों की बिक्री थी, जिसका मूल्य केवल 4 करोड़ रुपए पाया गया था, लेकिन जिसके लिए 10 करोड़ IREO समूह की कंपनियों से 5 शेल कंपनियों द्वारा 404 करोड़ रुपए प्राप्त किए गए थे। इसमें M3M की चार और फर्जी कंपनियां शामिल थीं।

ईडी के अनुसार इन पांच शेल कंपनियों ने एम3एम समूह की कंपनियों में से एक मेसर्स मिस्टी मीडोज प्राइवेट लिमिटेड से 10 करोड़ रुपए में समान विकास अधिकार खरीदे थे।

 

Khabar Abtak

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